हैदराबाद: सर्दी, खांसी और जुकाम एक तरह का वायरल डिजीज होता है, जो तीन से पांच दिन में खुद ठीक हो जाते हैं. इनमें एंटीबायोटिक लेने की जरूरत नहीं होती. हर स्थिति में एंटीबायोटिक लेना शरीर में एंटी माइक्रोबॉयल रेजिस्टेंस को बढ़ावा देता है. स्थिति ऐसी आ जाती है कि लोगों के शरीर में संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक काम करना बंद कर देती हैं. फिर उनके संक्रमण को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है, जो भी वायरस या बैक्टीरिया का उनके ऊपर प्रभाव होता है वह फिर बढ़ता चला जाता है.
कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि 2025 तक भारत स्थिति और भी बिगड़ सकती है, क्योंकि यहां लोग सिर दर्द से लेकर अन्य कई तरह के दर्द में बिना सलाह के एंटीबायोटिक लेते रहते हैं. डॉक्टर गुरनानी ने बताया कि कई बार लोग ऐसा भी करते हैं कि एंटीबायोटिक तीन दिन लेना था लेकिन वह 5 दिन तक लेते रहे. इस तरह से अगर एंटीबायोटिक का इस्तेमाल लोग करेंगे तो एक दिन ऐसा आएगा कि कोई भी एंटीबायोटिक ऐसा नहीं बचेगा. जिसे हम इस्तेमाल कर सकें.
इसलिए, आज इस खबर के माध्यम से जानिए कि इस तरह के वायरल डिजीज जैसे कि सर्दी, खांसी और जुकाम के लिए घर पर ही देसी दवाइयां कैसे बनाए, कैसे होम रेमेडीज के साथ ही इस तरह की प्रॉब्लम से छुटकारा पाएं...
यह पांच होम रेमेडीज...सर्दी, खांसी और जुकाम के लिए रामबाण
सूखी अदरक, काली मिर्च, पान और तुलसी का मिश्रण
सूखी अदरक, काली मिर्च, पान और तुलसी को एक साथ एक बरतन में लें, फिर इन सभी को 1 ग्लास पानी में कुछ देर, तकरीबन 10 मिनट तक पकाएं, फिर छन्नी की मदद से एक बर्तन में छान लें, फिर थोड़ा ठंडा कर मतलब गुनगुना होने तक इसे पी लें. अगर आपको इसका स्वाद बहुत कड़वा लगे, तो आप इसमें थोड़ा गुड़ मिला सकते हैं. इसे दिन में कम से कम 2 बार जरूर पीएं.
बता दें, सूखी अदरक एक बेहतरीन सूजन रोधी है. अदरक में जिंजरली नामक तत्व होता है. यह वास्तव में सूजन को रोकने में मदद करता है. काली मिर्च भी मजबूत सूजन रोधी होती है. तुलसी और पान एंटी बॉडीज के उत्पादन को बढ़ाते हैं. यकीन मानिए यह होम रेमेडीज आपको सर्दी और खांसी से बचाने के लिए एक बेहतरीन नुस्खा है.
अदरक का रस, शहद और हल्दी
एक चम्मच शहद लें, उसमें ताजा अदरक के रस की कुछ बूंदें डालें, उसमें हल्दी डालें और इसे धीरे-धीरे चम्मच की सहायता से इसे आप अपने गले में डालें, यह अपने आप में सर्दी और खांसी के लिए एक अच्छा उपचार है. शहद गले पर सुखदायक प्रभाव डालता है. हल्दी एक मजबूत प्रतिरक्षा बूस्टर है. यह मिश्रण सर्दी और खांसी के लिए भी बहुत अच्छा है.
गुड़, अदरक पाउडर और हल्दी
गुड़, अदरक पाउडर और हल्दी, इन तीनों चीजों से लड्डू बनाएं. इसके लिए अदरक पाउडर को एक बर्तन में डालें, फिर उसमें अपने टेस्ट के हिसाब से गुड़ डालें, फिर उसमें थोड़ा हल्दी डालकर गोल-गोल लड्डू बनाएं. अगर आपको गले में खराश और सूखी खांसी है, तो इसमें थोड़ा घी मिलाकर लड्डू बनाएं. फिर इसे मुंह में रखें और थोड़ा-थोड़ा चूसते रहें. यह सूखी खांसी और सर्दी के लिए बहुत अच्छा इलाज है. जब व्यक्ति को सूखी खांसी होती है तो कुछ भी काम नहीं करता है, लेकिन यह मिश्रण बहुत कारगर साबित होता है.
नमक के पानी से गरारे
योग में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि नमकीन तरल बलगम को ढीला करने में मदद करता है, इसलिए नमक के पानी से गरारे करना चाहिए. इसके लिए पानी गर्म होना चाहिए और उसमें थोड़ा नमक डालकर गरारे करें. आप इसमें हल्दी भी डाल सकते हैं और गरारे कर सकते हैं. नमक और गर्म पानी के गरारे नाक के मार्ग के साथ-साथ गले के खराश को भी ठीक करने में बहुत मदद करता हैं. इसलिए इसे दिन में 3 से 4 बार जरूर करें.
गर्म पानी का उपयोग
सर्दी-जुकाम के इलाज और साइनस के स्वास्थ्य में सुधार के लिए गर्म पानी पीना विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है. गर्म पानी सूजन को कम करके और बलगम को पतला करके नाक की भीड़ और साइनस के दबाव को कम करके लाभ पहुंचाता है. इसमें यह अच्छी बात है कि आपको किसी अन्य दवा की आवश्यकता नहीं है, बस हर घंटे गर्म पानी पिएं और आप अपनी सर्दी को संभाल पाएंगे, ये सभी उपाय उत्कृष्ट उपाय हैं.
जानें किचन में मौजूद इन चीजों के गुण...
शहद: शहद के कई अद्भुत फायदे हैं. इसमें कई एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो गले की खराश से राहत दिला सकते हैं. सूखी खांसी से छुटकारा पाने के लिए, गर्म पानी और शहद को एक साथ मिला कर पी लें. इससे आपको राहत मिलेगी.
अदरक: इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वायुमार्ग की झिल्लियों को आराम देने और खांसी को कम करने में सहायता करते हैं. यह कफ के उत्पादन को कम करने और गले की खराश को शांत करने में मदद कर सकता है. अदरक की चाय का सेवन किया जा सकता है और यह सकारात्मक प्रभाव प्रदान करेगी.
हल्दी: हर घर में हल्दी होती है, जिसमें एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव बहुत होते हैं. इसके अलावा, इस अद्भुत मसाले का उपयोग करके आयुर्वेदिक श्वसन दवाएं बनाई जाती हैं. हल्दी को दूध में डालकर पीने से भी सूखी खांसी से छुटकारा पाया जा सकता है.
तुलसी के पत्ते: इसमें कई रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो लगातार खांसी को रोक सकते हैं. तुलसी के कुछ पत्ते चबाने से आपको अपनी खांसी को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी.
नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी और सुझाव केवल आपकी समझ के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक शोध, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवरों की सलाह के आधार पर दे रहे हैं. लेकिन, इन पर अमल करने से पहले अपने निजी डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर है.
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