हैदराबाद: देश और दुनिया में बड़ी तेजी से डायबिटीज हर उम्र के लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है. जो बेहद चिंता का विषय है. शुगर के मरीज दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में क्या आपको भी डायबिटीज की बीमारी है? यदि हां तो यह बात गांठ बांध लें कि आपको जीवन भर दवा खानी पड़ेगी. वहीं, भोजन का सेवन भी सोच समझ कर करना पड़ेगा. किसी भी चीज को खाने के लिए एक या दो डॉक्टरों से सलाह लेनी पड़ेगी. लेकिन, यदि आपको डायबिटीज है और आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रह रहा है तो आप एक नॉर्मल व्यक्ति की तरह अपना जीवन जी सकते.
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मधुमेह रोगी दालचीनी का इस्तेमाल करें तो यह फायदेमंद होगा. ऐसा कहा जाता है कि मधुमेह से पीड़ित लोग दालचीनी का सेवन करके अपने ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकते हैं. कई अध्ययनों में भी यही बात सामने आई है कि दालचीनी डायबिटीज को कंट्रोल कर सकती है? ऐसे में सवाल उठता है कि क्या दालचीनी सचमुच शुगर को नियंत्रित करती है? चलिए इस खबर के माध्यम से जानते है...
दरअसल, दालचीनी का हमारी रसोई में एक विशेष स्थान है. आयुर्वेद में दालचीनी का उपयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है. वहीं, शुगर से पीड़ित लोगों का कहना है कि दालचीनी के इस्तेमाल से उन्हे अच्छे परिणाम मिले है. इसके इस्तेमाल से उनका शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. इस बाबत प्रसिद्ध आहार विशेषज्ञ डॉ. श्रीलता का कहना है कि दालचीनी में मौजूद प्राकृतिक इंसुलिन रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है. इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए यह काफी फायदेमंद होता है.
दालचीनी में फ्लेवोनोइड्स जैसे कई पोषक तत्व होते हैं. इनमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-ट्यूमर, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-कैंसर गुण होते हैं। दालचीनी पाचन में सुधार करती है. यह शरीर में वसा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है. यह उच्च रक्तचाप से छुटकारा दिलाने का काम करती है. दालचीनी दांत दर्द और सूजन के लिए बहुत अच्छी है. ऐसा देखा गया है कि प्रतिदिन 1/4 चम्मच दालचीनी का सेवन करने से मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है.-- डॉ. श्रीलता, आहार विशेषज्ञ
दालचीनी का सेवन इस तरह करना अच्छा है
दालचीनी पाउडर लें और रोज सुबह-शाम पानी में 1/4 चम्मच मिलाकर लें, इससे इंसुलिन बढ़ता है और रक्त में ग्लूकोज का स्तर कम रहता है. कई शोधों से पता चला है कि जिन लोगों को डायबिटीज है वे सुबह और शाम के समय शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं.
कैलिफोर्निया के वैज्ञानिकों के शोध से पता चला है कि दालचीनी टाइप 2 मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए उपयोगी है. टाइप 2 मधुमेह के कुल 543 रोगियों को प्रति दिन 120 मिलीग्राम से 6 ग्राम तक दालचीनी दी गई. अन्य को नियमित गोलियां दी गईं. उनकी जांच करने पर पता चला कि जिन लोगों ने दालचीनी की गोलियां लीं, उनके रक्त में शर्करा का स्तर अन्य लोगों की तुलना में बेहतर नियंत्रित था. दालचीनी इंसुलिन हार्मोन की रिहाई और कार्य को प्रभावित करके शर्करा के स्तर में सुधार करती है.
कैसे मिलेगा ज्यादा लाभ
विशेषज्ञों का कहना है कि नाश्ते के बाद दालचीनी से बनी चाय पीने से अच्छे परिणाम मिलते हैं. उन्होंने कहा कि दालचीनी और काली मिर्च को बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बनाकर पीने से सर्दी से राहत मिलती है. बताया जाता है कि दालचीनी एसिडिटी और पेट के कीड़ों से बचाव के लिए बहुत अच्छी होती है. विशेषज्ञों का कहना है कि दालचीनी खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने के साथ-साथ अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी मदद करती है.
दालचीनी में फ्लेवोनोइड्स जैसे कई पोषक तत्व होते हैं. इनमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-ट्यूमर, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-कैंसर गुण होते हैं. दालचीनी पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है. ऐसा कहा जाता है कि यह शरीर में वसा के स्तर को नियंत्रण में रखने में मदद करता है.
नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. लेकिन, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.