ETV Bharat / health

पानी में नमक मिलाकर नहाने से पुराने दर्द से मिलेगी निजात, ऐसे करें स्नान - Benefits Of Bathing With Salt Water

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 25, 2024, 11:31 AM IST

Updated : Jun 25, 2024, 1:08 PM IST

Benefits Of Bathing With Salt Water: क्या आप कमर दर्द से परेशान हैं या थोड़ा तनाव महसूस कर रहे हैं? अगर ऐसा है, तो आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इसका समाधान आपके बाथरूम में है. अब सोच रहे होंगे कि यह क्या हो सकता है? तो हम आपको बता दें कि यह कुछ और नहीं बल्कि पानी में नमक मिलाकर नहाना है. जी हां इस पुरानी प्रथा का इस्तेमाल सदियों से स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जाता रहा है. पढ़ें पूरी खबर...

Beneficios de bañarse con agua salada
गर्म पानी में नमक डालकर नहाने से शरीर के पुराने से पुराने दर्द से मिलेगी राहत ((Getty Images))

हैदराबाद: नमक के बिना हमारा भोजन जितना फीका होता है, उतना ही हमारा शरीर भी बेजान रहता है. हम सभी को पता है कि नमक की कमी से शरीर में लो ब्लड प्रेशर या हाइपोटेंशन का खतरा बढ़ जाता है. वहीं, इससे हार्ट फेल्योर का जोखिम भी बना रहता है. हम जानते हैं कि नमक का पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आप उसी नमक के पानी से नहाएंगे तो क्या फायदे होंगे? आज इस खबर के माध्यम से जानते है कि यह कहावत कितनी सच है कि नमक के पानी से नहाने से कमर दर्द कम हो सकता है?

इन सवालों का जवाब ऑर्थोपेडिक्स एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. अखिलेश यादव ने दिया है. डॉ. अखिलेश यादव ने बताया कि पीठ दर्द से पीड़ित लोगों को खारे पानी से स्नान करने से लाभ हो सकता है, खासकर अगर एप्सम सॉल्ट का उपयोग किया जाए. उन्होंने बताया कि नमक के पानी से नहाने से काफी फायदे होते हैं. लेकिन जो नमक होता है वह कोई साधारण नमक नहीं होता है. वे एप्सम सॉल्ट होता है जो कमर दर्द से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद होता है.

सबसे पहले जानते हैं कि एप्सम नमक क्या है?
मैग्नीशियम सल्फेट, जिसे आमतौर पर एप्सम सॉल्ट के रूप में जाना जाता है, सल्फ्यूरिक एसिड का मैग्नीशियम सॉल्ट है. इसे सल्फ्यूरिक एसिड में मैग्नीशियम ऑक्साइड, मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड या मैग्नीशियम कार्बोनेट को घोलकर या प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले खनिजों कीसेराइट या एप्सोमाइट को निकालकर बनाया जाता है. एप्सम सॉल्ट का इस्तेमाल 17वीं सदी से होता आ रहा है, जब इसका इस्तेमाल पेट दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और कब्ज जैसी स्थितियों के लिए एक उपाय के रूप में किया जाता था.

एप्सम सॉल्ट छोटे, रंगहीन क्रिस्टल होते हैं जो गर्म पानी से नहाने के लिए बहुत लोकप्रिय हैं. ऐसा माना जाता है कि ये रासायनिक यौगिक मांसपेशियों के दर्द को दूर करने और रूखी-सूखी त्वचा को ठीक करने में मदद कर सकते हैं.

डॉ. यादव के अनुसार, शरीर को मैग्नीशियम को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद कर सकता है. यह सूजन को कम करके और मांसपेशियों को आराम देकर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. स्नान की गर्माहट तनाव और मांसपेशियों के दर्द को भी कम कर सकती है. गर्मी से प्रेरित रक्त परिसंचरण से भी उपचार में मदद मिल सकती है जो शरीर को फिर से जीवंत करता है.

नमक के पानी से नहाने पर कमर दर्द कैसे कम होता है?
ऑर्थोपेडिक्स एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. अखिलेश यादव ने बताया कि जब एप्सम नमक को पानी में घोला जाता है, तो यह मैग्नीशियम और सल्फेट आयन छोड़ता है. जो आपकी त्वचा के माध्यम से अवशोषित हो सकता हैं, जिससे आपको मैग्नीशियम और सल्फेट्स प्राप्त होते हैं जो महत्वपूर्ण शारीरिक कार्य करते हैं. यह सूजन को कम करके और मांसपेशियों को आराम देकर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. नमक के पानी से नहाने से तनाव और मांसपेशियों का दर्द भी कम हो सकता है. एप्सम साल्ट में मैग्नीशियम होता है, जो मांसपेशियों में लैक्टिक एसिड बिल्डअप को हटाने में मदद करता है. लैक्टिक एसिड परिश्रम के बाद मांसपेशियों में दर्द का एक कारण है.

इस नमक से मशहूर हस्तियां और अमीर लोग नहाते हैं
वहीं, सीनियर कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक, रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट, आर्थ्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. सुनील ढगेपल्ली ने इसी विषय के बारे में बताया कि कई मशहूर हस्तियां और अमीर लोग नहाने के लिए एप्सम नमक का इस्तेमाल करते हैं. एप्सम नमक से स्नान करने से शरीर में जलन, सूजन, खुजली, सोरायसिस, एक्जिमा, कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस और संक्रमण जैसी समस्याएं कम हो जाती हैं. साथ ही त्वचा में मौजूद मृत कोशिकाएं निकल जाती हैं और वह खूबसूरत और स्वस्थ हो जाती है. बता दें, मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो मांसपेशियों और तंत्रिका कार्य को सहारा देने से लेकर रक्त शर्करा के स्तर और रक्तचाप को नियंत्रित करने तक, शरीर के विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

एप्सम नमक स्नान कैसे लें? नहाने से पहले नहाने या शॉवर के पानी में दो कप एप्सम नमक मिलाएं और इसे 15 से 20 मिनट तक भीगने दें. फिर उस पानी में कुछ देर रहने या उस पानी से नहाने से कमर दर्द से काफी राहत मिलती है.
मांसपेशियों की अकड़न और जोड़ों के दर्द से राहत नमक के साथ गर्म पानी में भिगोने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और सूजन कम होती है. यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से मददगार हो सकता है जो गठिया जैसी पुरानी दर्द की स्थिति से पीड़ित हैं.
तनाव और चिंता को प्रबंधित करने में मदद करता है नमक तनाव से राहत के रूप में अद्भुत काम करता है, और नमक के पानी में नहाना आराम करने और तनाव दूर करने का एक जाना-माना तरीका है. नमक में मौजूद पानी और खनिजों का संयोजन मस्तिष्क को तनाव से राहत देने वाले न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन का उत्पादन करने में मदद करता है, क्योंकि इसमें मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है.
संचार को उत्तेजित करें समुद्री या सेंधा नमक के साथ गर्म पानी में भिगोने से रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद मिल सकती है, जिससे समग्र स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है. यह आपके रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और आपके शरीर के लिए कई चिकित्सीय लाभ हैं. यह रक्तचाप को भी कम कर सकता है, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा दे सकता है, तंत्रिका कार्य में मदद कर सकता है और संभावित रूप से हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है.
नींद को बढ़ावा देता है नमक के पानी से स्नान मेलाटोनिन उत्पादन प्रक्रिया को तेज करके अच्छी नींद को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है. अगली बार जब आपको गहरी नींद आने में कठिनाई हो, तो एप्सम साल्ट से गर्म पानी से स्नान करने पर विचार करें.
त्वचा की सूजन या जलन त्वचा की सूजन और जलन को कम करने के लिए एक्जिमा, सोरायसिस और एथलीट फुट को शांत करने के लिए नमक के पानी से स्नान किया जा सकता है.

(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें)

ये भी पढ़ें-

हैदराबाद: नमक के बिना हमारा भोजन जितना फीका होता है, उतना ही हमारा शरीर भी बेजान रहता है. हम सभी को पता है कि नमक की कमी से शरीर में लो ब्लड प्रेशर या हाइपोटेंशन का खतरा बढ़ जाता है. वहीं, इससे हार्ट फेल्योर का जोखिम भी बना रहता है. हम जानते हैं कि नमक का पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आप उसी नमक के पानी से नहाएंगे तो क्या फायदे होंगे? आज इस खबर के माध्यम से जानते है कि यह कहावत कितनी सच है कि नमक के पानी से नहाने से कमर दर्द कम हो सकता है?

इन सवालों का जवाब ऑर्थोपेडिक्स एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. अखिलेश यादव ने दिया है. डॉ. अखिलेश यादव ने बताया कि पीठ दर्द से पीड़ित लोगों को खारे पानी से स्नान करने से लाभ हो सकता है, खासकर अगर एप्सम सॉल्ट का उपयोग किया जाए. उन्होंने बताया कि नमक के पानी से नहाने से काफी फायदे होते हैं. लेकिन जो नमक होता है वह कोई साधारण नमक नहीं होता है. वे एप्सम सॉल्ट होता है जो कमर दर्द से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद होता है.

सबसे पहले जानते हैं कि एप्सम नमक क्या है?
मैग्नीशियम सल्फेट, जिसे आमतौर पर एप्सम सॉल्ट के रूप में जाना जाता है, सल्फ्यूरिक एसिड का मैग्नीशियम सॉल्ट है. इसे सल्फ्यूरिक एसिड में मैग्नीशियम ऑक्साइड, मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड या मैग्नीशियम कार्बोनेट को घोलकर या प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले खनिजों कीसेराइट या एप्सोमाइट को निकालकर बनाया जाता है. एप्सम सॉल्ट का इस्तेमाल 17वीं सदी से होता आ रहा है, जब इसका इस्तेमाल पेट दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और कब्ज जैसी स्थितियों के लिए एक उपाय के रूप में किया जाता था.

एप्सम सॉल्ट छोटे, रंगहीन क्रिस्टल होते हैं जो गर्म पानी से नहाने के लिए बहुत लोकप्रिय हैं. ऐसा माना जाता है कि ये रासायनिक यौगिक मांसपेशियों के दर्द को दूर करने और रूखी-सूखी त्वचा को ठीक करने में मदद कर सकते हैं.

डॉ. यादव के अनुसार, शरीर को मैग्नीशियम को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद कर सकता है. यह सूजन को कम करके और मांसपेशियों को आराम देकर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. स्नान की गर्माहट तनाव और मांसपेशियों के दर्द को भी कम कर सकती है. गर्मी से प्रेरित रक्त परिसंचरण से भी उपचार में मदद मिल सकती है जो शरीर को फिर से जीवंत करता है.

नमक के पानी से नहाने पर कमर दर्द कैसे कम होता है?
ऑर्थोपेडिक्स एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. अखिलेश यादव ने बताया कि जब एप्सम नमक को पानी में घोला जाता है, तो यह मैग्नीशियम और सल्फेट आयन छोड़ता है. जो आपकी त्वचा के माध्यम से अवशोषित हो सकता हैं, जिससे आपको मैग्नीशियम और सल्फेट्स प्राप्त होते हैं जो महत्वपूर्ण शारीरिक कार्य करते हैं. यह सूजन को कम करके और मांसपेशियों को आराम देकर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. नमक के पानी से नहाने से तनाव और मांसपेशियों का दर्द भी कम हो सकता है. एप्सम साल्ट में मैग्नीशियम होता है, जो मांसपेशियों में लैक्टिक एसिड बिल्डअप को हटाने में मदद करता है. लैक्टिक एसिड परिश्रम के बाद मांसपेशियों में दर्द का एक कारण है.

इस नमक से मशहूर हस्तियां और अमीर लोग नहाते हैं
वहीं, सीनियर कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक, रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट, आर्थ्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. सुनील ढगेपल्ली ने इसी विषय के बारे में बताया कि कई मशहूर हस्तियां और अमीर लोग नहाने के लिए एप्सम नमक का इस्तेमाल करते हैं. एप्सम नमक से स्नान करने से शरीर में जलन, सूजन, खुजली, सोरायसिस, एक्जिमा, कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस और संक्रमण जैसी समस्याएं कम हो जाती हैं. साथ ही त्वचा में मौजूद मृत कोशिकाएं निकल जाती हैं और वह खूबसूरत और स्वस्थ हो जाती है. बता दें, मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो मांसपेशियों और तंत्रिका कार्य को सहारा देने से लेकर रक्त शर्करा के स्तर और रक्तचाप को नियंत्रित करने तक, शरीर के विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

एप्सम नमक स्नान कैसे लें? नहाने से पहले नहाने या शॉवर के पानी में दो कप एप्सम नमक मिलाएं और इसे 15 से 20 मिनट तक भीगने दें. फिर उस पानी में कुछ देर रहने या उस पानी से नहाने से कमर दर्द से काफी राहत मिलती है.
मांसपेशियों की अकड़न और जोड़ों के दर्द से राहत नमक के साथ गर्म पानी में भिगोने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और सूजन कम होती है. यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से मददगार हो सकता है जो गठिया जैसी पुरानी दर्द की स्थिति से पीड़ित हैं.
तनाव और चिंता को प्रबंधित करने में मदद करता है नमक तनाव से राहत के रूप में अद्भुत काम करता है, और नमक के पानी में नहाना आराम करने और तनाव दूर करने का एक जाना-माना तरीका है. नमक में मौजूद पानी और खनिजों का संयोजन मस्तिष्क को तनाव से राहत देने वाले न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन का उत्पादन करने में मदद करता है, क्योंकि इसमें मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है.
संचार को उत्तेजित करें समुद्री या सेंधा नमक के साथ गर्म पानी में भिगोने से रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद मिल सकती है, जिससे समग्र स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है. यह आपके रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और आपके शरीर के लिए कई चिकित्सीय लाभ हैं. यह रक्तचाप को भी कम कर सकता है, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा दे सकता है, तंत्रिका कार्य में मदद कर सकता है और संभावित रूप से हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है.
नींद को बढ़ावा देता है नमक के पानी से स्नान मेलाटोनिन उत्पादन प्रक्रिया को तेज करके अच्छी नींद को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है. अगली बार जब आपको गहरी नींद आने में कठिनाई हो, तो एप्सम साल्ट से गर्म पानी से स्नान करने पर विचार करें.
त्वचा की सूजन या जलन त्वचा की सूजन और जलन को कम करने के लिए एक्जिमा, सोरायसिस और एथलीट फुट को शांत करने के लिए नमक के पानी से स्नान किया जा सकता है.

(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें)

ये भी पढ़ें-

Last Updated : Jun 25, 2024, 1:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.