नई दिल्ली : दुनिया भर में 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है और इसका उद्देश्य तंबाकू के उपयोग से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जागरूकता पैदा करना व इसके सेवन को कम करने के लिए कुशल नीतियों बनाना है. भारत के लिए 'विश्व तंबाकू निषेध दिवस' इस तथ्य के बाद और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है कि, तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है और भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा तंबाकू उत्पादक देश है. तंबाकू के उपयोग से भारत में हर साल 1.3 मिलियन (13 लाख) से अधिक मौतें होने का अनुमान है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रमुख थिंक टैंक नेशनल हेल्थ सिस्टम्स रिसोर्स सेंटर- NHSRC के वरिष्ठ सार्वजनिक स्वास्थ्य सलाहकार डॉ के मदन गोपाल ने ईटीवी भारत को बताया कि "भारत के साथ-साथ अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए तंबाकू चबाना एक बड़ी चिंता का विषय है, जबकि धूम्रपान और इलेक्ट्रॉनिक तंबाकू उत्पाद (electronic tobacco products) पश्चिमी और यूरोपीय देशों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हैं."
इतिहास और महत्व
विश्व स्वास्थ्य संगठन- WHO ने 1987 में एक प्रस्ताव पारित किया और 7 अप्रैल, 1988 को संगठन की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर "विश्व धूम्रपान निषेध दिवस" मनाने का आह्वान किया. धूम्रपान निषेध दिवस की अपार सफलता के बाद, WHO ने 1988 में एक और संकल्प लिया और हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाना शुरू किया. विश्व तंबाकू निषेध दिवस, धूम्रपान के खतरों सहित तंबाकू के उपयोग से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह तंबाकू के उपयोग को उजागर करने का प्रयास करता है क्योंकि यह कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कि मौखिक कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक, श्वसन संबंधी बीमारियों और कई अन्य को जन्म देता है.
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2024 की थीम : Protecting children from tobacco industry interference
इस वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम "बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना" है. यह भावी पीढ़ियों की सुरक्षा करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर देता है कि तंबाकू का सेवन कम होता रहे.
युवा पीढ़ी के इलेक्ट्रॉनिक तंबाकू उत्पादों की ओर आकर्षित होने पर WHO की चिंता
इलेक्ट्रॉनिक तंबाकू उत्पादों की आसान उपलब्धता भी एक प्रमुख वैश्विक चिंता है. WHO के एक अनुमान के अनुसार, 13-15 वर्ष की आयु के 37 मिलियन बच्चे तंबाकू का सेवन करते हैं और वैश्विक स्तर पर, जिन देशों ने इसे मापा है, उनमें से अधिकांश में इलेक्ट्रॉनिक तंबाकू उत्पादों का उपयोग युवा लोगों में अधिक प्रचलित है. युवाओं को आकर्षित करने के लिए उद्योग द्वारा उपयोग किए जाने वाले उत्पादों की श्रेणी में काफी विस्तार हुआ है, सिगरेट, सिगारिलो और शीशा से लेकर ई-सिगरेट, गर्म तम्बाकू उत्पाद और निकोटीन पाउच (e-cigarettes, heated tobacco products and nicotine pouches) जैसे नए उत्पाद शामिल हैं. फ्लेवर्ड उत्पाद और एडिटिव्स, (Flavoured products and additives) आकर्षक डिज़ाइन और बच्चों के अनुकूल पैकेजिंग और इमेजरी युवाओं को नशे की लत वाले उत्पादों को और भी अधिक आकर्षक बनाते हैं.
डब्ल्यूएचओ की सिफारिशें
तम्बाकू के उपयोग को कम करने में महत्वपूर्ण प्रगति के बावजूद, ई-सिगरेट और अन्य नए तम्बाकू और निकोटीन उत्पादों का उदय युवाओं और तम्बाकू नियंत्रण के लिए एक गंभीर खतरा पेश करता है. WHO सरकारों से इन उत्पादों पर प्रतिबंध लगाकर या इन पर सख्ती से नियंत्रण करके युवाओं को e-cigarettes , other new tobacco products and nicotine products के सेवन से बचाने का आग्रह करता है.
WHO की सिफारिशों में 100 प्रतिशत धूम्रपान मुक्त इनडोर सार्वजनिक स्थान बनाना, Flavoured e-cigarettes पर प्रतिबंध लगाना, विपणन, विज्ञापन और प्रचार पर प्रतिबंध लगाना, उच्च कर लगाना, उद्योग द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भ्रामक रणनीति के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना और युवाओं के नेतृत्व वाली शिक्षा और जागरूकता पहल का समर्थन करना शामिल है. World No Tobacco Day , Tobacco ban , ban Tobacco , electronic tobacco products , world no tobacco day 2024 theme , anti tobacco day , world tobacco day 2024 , no tobacco day 2024 , may 31 special day , No Tobacco Day
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