मुंबई : 66वें ग्रैमी अवार्ड्स 2024 में भारतीय संगीतकारों का जलवा देखने को मिला. इस साल भारत की झोली में तीन ग्रैमी पुरस्कार आए. तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन, म्यूजिक कंपोजर शंकर महादेवन और सेल्वागणेश ने ग्रैमी अवार्ड जीतकर देश का मान बढ़ाया. भारत के इन दिग्गज कलाकारों ने सोशल मीडिया पर अपनी जीत शेयर कर देशवासियों को बढ़ा तोहफा दिया और साथ ही देश के प्रधानमंत्री ने भी इन्हें बधाई देते हुए इन्हें भारत का गौरव कहा. अब ग्रैमी अवार्ड विनर्स अपने वतन लौट चुके हैं. बता दें, ग्रैमी अवार्ड्स 2024 लॉस एंजिलेस (अमेरिका) के पीकॉक थिएटर में आयोजित हुआ था. अब वहां से शंकर महादेवन वतन वापसी कर चुके हैं और मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट हुए हैं.
शंकर महादेवन ने कही ये बड़ी बात
जब मुंबई एयरपोर्ट पर शंकर महादेवन से इस जीत पर सवाल पूछा गया तो दिग्गज कंपोजर ने अपनी बैंड का नाम शक्ति का नाम लेते हुए कहा, खैर मैं क्या सकता हूं, यह मेरे और मेर बैंड के सभी मेंबर, जाकिर हुसैन, सेल्वा गणेश, गणेश गोपालन के लिए एक स्पेशन मोमेंट की तरह है, हमनें बेस्ट ग्लोबल एल्बम का अवार्ड जीता है, जो हमारे लिए बहुत प्रतिष्ठित है, वाकई में हमारा सपना सच हो गया क्योंकि यह जो बैंड था, जो सिर्फ मैं सुना करता था, और बस उसका कैसेट सुनकर उसे सीखने की कोशिक कर रहा था और फिर 20 साल बाद मैं उसका मेंबर बना और 25 साल से साथ में काम कर रहा हूं और आखिर में हमारे पास ग्रैमी आया'.
वहीं, वर्ल्डफेमस तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के सवाल पर उन्होंने कहा, उनके जैसा कोई नहीं हैं, वो हमारे गुरू हैं, वो हमारे लिए दोस्त, फिलोस्फर और मार्गदर्शी की तरह खड़े रहते हैं, मैंने उनसे ना केवल संगीत बल्कि उसके अलावा बहुत कुछ सीखा है, वहीं, आखिर में कंपोजर ने ग्रैमी अवार्ड अपनी पत्नी और देशवासियों के नाम किया.
ये भी पढे़ं : ग्रैमी अवॉर्ड्स 2024 : पीएम मोदी के गाने 'एबंडेंस इन मिलेट्स' की हार, जानें किस इंडियन ने मारी बाजी |