मुंबई: सलमान खान के घर के बाहर हुई गोलीबारी मामले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, पनवेल (मुंबई) पुलिस ने एक आरोपपत्र दाखिल किया है, इस पत्र में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों ने बॉलीवुड सुपरस्टार की हत्या की साजिश के बारे में जानकारी दिया गया है. पिछले सप्ताह पनवेल मजिस्ट्रेट अदालत में 350 पन्नों के आरोपपत्र पेश किए गए थे. इस पत्र में पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की तरह योजनाबद्ध हमले का विवरण दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मोबाइल फोन, व्हाट्सएप ग्रुप फॉर्मेशन, टावर लोकेशन और प्रत्यक्षदर्शियों के ऑडियो और वीडियो कॉल की तकनीकी जांच समेत खुफिया जानकारी के गहन विश्लेषण से कुछ जानकारी प्राप्त हुई है, जिसमें पता चला है कि सलमान खान को पाकिस्तान से लाए गए अत्याधुनिक हथियारों (जैसे- एके-47) का इस्तेमाल करके मारने की योजना बनाई गई थी.
चार्जशीट में बिश्नोई गिरोह के पांच सदस्यों के नाम हैं-
- धनंजय तपसिंह उर्फ अजय कश्यप (28)
- गौतम विनोद भाटिया (29)
- वासपी महमूद खान उर्फ चाइना (36)
- रिजवान हसन उर्फ जावेद खान (25)
- दीपक हवासिंह उर्फ जॉन वाल्मीकि (30)
इन लोगों पर आपराधिक साजिश, उकसाने (आईपीसी धारा 115) और आपराधिक धमकी (आईपीसी धारा 506 (2)) के आरोप लगाए गए हैं.
इस मामले की जांच अप्रैल की शुरुआत में शुरू हुई. पनवेल के पुलिस इंस्पेक्टर नितिन ठाकरे को सलमान खान पर योजनाबद्ध हमले के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी. यह पता चला कि लॉरेंस बिश्नोई ने हत्या को अंजाम देने के लिए अपने गिरोह के सदस्यों को 25 लाख रुपये की सुपारी दी थी.
गिरोह ने कथित तौर पर बिश्नोई के कनाडा स्थित चचेरे भाई अनमोल बिश्नोई, गोल्डी बरार, अजय कश्यप, विनोद भाटिया, वासपी महमूद खान उर्फ चाइना और रिजवान हसन खान सहित 15-16 सदस्यों के साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से बातचीत किया था. पुलिस ने पाकिस्तान के सुखा शूटर और डोगर की भी पहचान की है. ये एके-47, एम16 या एम5 जैसे हथियारों की सप्लाई करते हैं.