कोच्चि: पुलिस ने गुरुवार को बताया कि मशहूर मलयालम एक्टर और सत्तारूढ़ सीपीआई विधायक एम. मुकेश के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है. महिला एक्टर ने आरोप लगाया है कि मुकेश ने कई साल पहले उनका यौन उत्पीड़न किया था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक्टर के खिलाफ बुधवार रात कोच्चि शहर के मरदु पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. उन्होंने बताया कि मामला भारतीय दंड संहिता के तहत दर्ज किया गया है, क्योंकि कथित तौर पर यह अपराध नई भारतीय न्याय संहिता के लागू होने से पहले हुआ था.
न्यायमूर्ति के. हेमा समिति की रिपोर्ट में खुलासे के बाद कई निर्देशकों और अभिनेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. यह किसी हाई प्रोफाइल मलयालम फिल्म हस्ती के खिलाफ तीसरी एफआईआर दर्ज हुई है. बुधवार (28 अगस्त) को तिरुवनंतपुरम म्यूजियम पुलिस ने एक्टर सिद्दीकी पर आठ साल पहले एक होटल में एक अभिनेत्री के साथ बलात्कार करने का मामला दर्ज किया था.
पहला मामला, आईपीसी की धारा 354 (महिला पर हमला या उसकी गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से आपराधिक बल का प्रयोग) के तहत निर्देशक रंजीत के खिलाफ दर्ज किया गया था. यह मामला पश्चिम बंगाल की एक एक्ट्रेस ने 2009 में हुई एक घटना के संबंध में दर्ज किया गया था.
उन्होंने आरोप लगाया था कि निर्देशक ने उन्हें फिल्म पालेरी मणिक्यम में अभिनय करने के लिए ऑफर दिया था. इसके बाद सेक्शुअल इरादे से उन्हें गलत तरीके से छुआ था. अभिनेता ने लगाए गए आरोपों के बाद, रंजीत ने राज्य द्वारा संचालित केरल चलचित्र एकेडमी के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. सिद्दीकी ने अपने खिलाफ लगे आरोपों के बाद एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (एएमएमए) के महासचिव पद से भी इस्तीफा दे दिया था.
2017 में अभिनेत्री पर हमला मामले के बाद केरल सरकार ने न्यायमूर्ति हेमा समिति का गठन किया था और इसकी रिपोर्ट में मलयालम सिनेमा इंडस्ट्री में महिलाओं के उत्पीड़न और शोषण के मामलों का खुलासा किया गया था.
कई अभिनेताओं और निर्देशकों के खिलाफ यौन उत्पीड़न और शोषण के आरोपों के बीच, राज्य सरकार ने 25 अगस्त को उनकी जांच के लिए सात सदस्यीय विशेष जांच दल के गठन की घोषणा की, जिसके बाद, और शिकायतें सामने आई हैं.