अजमेर. फिल्म 'जॉली एलएलबी 3' को लेकर जिला बार एसोसिएशन की ओर से पेश किए गए परिवाद को लेकर मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट की सुनवाई में फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार, अरशद वारसी, प्रोड्यूसर सुभाष कपूर नहीं आए. जबकि डीआरएम राजीव धनखड़, कलेक्टर भारती दीक्षित और सिविल लाइंस थाना प्रभारी छोटू लाल सनी के दौरान कोर्ट में वकील पेश हुए. लिहाजा कोर्ट ने शूटिंग क्षेत्र और जहां अभिनेता ठहरे हैं, वहां पर कोर्ट में पेश होने का नोटिस लगाने के आदेश दिए हैं. मामले में बुधवार को सुनवाई होगी.
जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रभान राठौड़ ने बताया कि सोमवार को सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट उत्तर में फिल्म 'जॉली एलएलबी 3' की शूटिंग को लेकर आपत्तिजनक कंटेंट और डायलॉग को लेकर परिवाद पेश किया था. मंगलवार को कोर्ट ने सुनवाई थी. सुनवाई में अभिनेता अक्षय कुमार, अरशद वारसी, प्रोड्यूसर सुभाष कपूर, डीआरएम राजीव धनखड़, अजमेर कलेक्टर डॉ भारती दीक्षित और सिविल लाइन थाना प्रभारी छोटू लाल को पक्षकार बनाया गया था. राठौड़ ने बताया कि अक्षय कुमार, अरशद वारसी, फिल्म निर्देशक सुभाष कपूर मूवी के माध्यम से अधिवक्ताओं, न्यायाधीशों और न्यायालय की छवि खराब कर रहे हैं.
कल होना होगा पेश: अधिवक्ता विवेक पाराशर ने बताया कि 'जॉली एलएलबी 3' फिल्म के मामले में मंगलवार को सुनवाई हुई. कोर्ट ने अभिनेता अक्षय कुमार, अरशद वारसी, फिल्म प्रोड्यूसर सहित 6 जनों को नोटिस जारी किए थे. कोर्ट की ओर से भेजे गए नोटिस को फिल्म शूटिंग के एक प्रतिनिधि राकेश जयसवाल की ओर से रिसीव किया गया था. लेकिन उस रिसीविंग को कोर्ट ने खारिज कर दिया. नोटिस को व्यक्तिगत ही सभी को लेना था. मंगलवार को कोर्ट ने अक्षय कुमार, अरशद वारसी और फिल्म प्रोड्यूसर को एक अवसर देते हुए दोबारा नोटिस जारी किए हैं. साथ ही डीआरएम कार्यालय और प्रताप पैलेस होटल में नोटिस चस्पा करने के भी कोर्ट ने आदेश दिए हैं. नोटिस चस्पा होने के बाद कल मामले में वापस सुनवाई होगी. मामले में सभी 6 पक्षकारों को कोर्ट में पेश होना होगा.
अधिवक्ता प्रशांत यादव ने कहा कि न्यायिक मजिस्ट्रेट यश विश्नोई की ओर से वाद में दूसरे पक्ष को नोटिस दिए गए थे. नोटिस की तामिल करते हुए डीआरएम राजीव धनखड़, कलेक्टर और सिविल लाइन थाना प्रभारी की ओर से वकील कोर्ट में पेश हुए. अधिवक्ता यादव ने बताया कि जब कोर्ट की ओर से अक्षय कुमार, अरशद वारसी और फिल्म प्रोड्यूसर को नोटिस भेजे गए थे. उस वक्त डीआरएम कार्यालय में चल रही शूटिंग के दौरान मैनेजर राहुल जायसवाल ने खुद को अधिकृत बताते हुए नोटिस लिया था. जबकि कोर्ट के कर्मचारियों को पक्षकारों से मिलने नहीं दिया गया और बाउंसर ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. जिला बार एसोसिएशन की ओर से दायर परिवाद की पैरवी के लिए 101 अधिवक्ता सुनवाई के दौरान पैरवी के लिए मौजूद रहे. अब इस मामले में सुनवाई कल होगी.