- " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">
पटना: भोजपुरी सिनेमा पर आज के दौर में जहां अश्लील कंटेंट बनाने को लेकर दर्शक नाराज रहते हैं, वहीं सुपरस्टार सह सांसद रवि किशन की फिल्म 'महादेव का गोरखपुर' एक बेहतर कंटेंट के रूप में इतिहास रचने को तैयार है. यह भोजपुरी की पहली फिल्म होगी जो पैन इंडिया लगभग 150 से अधिक सिनेमाघरों में रिलीज होगी. फिल्म का रिलीज डेट 29 मार्च रखा गया है और इस दिन यह फिल्म ग्लोबल स्तर पर भी रिलीज की जा रही है.
विदेश में रिलीज होगी रवि किशन की फिल्म: फिल्म को अमेरिका के 12 सिनेमाघरों में रिलीज किया जायेगा. यह देश की सभी भाषाओं की सबसे बड़ी थियेटर में रिलीज होने वाली फिल्म बनने जा रही है. यह भोजपुरी भाषा और भोजपुरी समाज के लिए गर्व का क्षण होगा, जब इतने बड़े पैमाने पर फिल्म को रिलीज किया जायेगा. यह उत्तर प्रदेश में 52, बिहार में 72 और बंगाल व असम में 23 सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज की जाएगी. इसमें खास बात यह है कि फिल्म सिने प्लेक्स, आईनॉक्स जैसे बड़े जगहों पर रिलीज की जा रही है.
भोजपुरी फिल्म के लिए सबसे बड़ी थियेटर रिलीज: फिल्म 'महादेव का गोरखपुर' के पैन इंडिया इतनी बड़ी रिलीज की प्लानिंग से अभिनेता रवि किशन गदगद हैं. वे भोजपुरी के पहले ऐसे अभिनेता हैं, जिनकी फिल्म को इतनी बड़ी रिलीज मिल रही है. उनका कहना है कि फिल्म भारत की सभी भाषाओं में सबसे बड़ी थियेटर रिलीज होगी और अमेरिका के 12 सिनेमा हॉल में भी लोग इस फिल्म को देख सकेंगे. भोजपुरी समाज के खातिर और फिल्म इंडस्ट्री के लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि 'भोजपुरी माटी के बोली अब विश्व देखी, गोरखपुर को विश्व देखी. महादेव के आशीर्वाद से 29 मार्च के देश में हर हर महादेव गुंजेगा.'
कई भाषाओं में होगी रिलीज: बता दें कि रवि किशन महादेव के अनन्य भक्त हैं और उनकी भक्ति का अंदाजा उनकी इस फिल्म से पता चल रहा है. फिल्म का निर्माण बड़े पैमाने पर हुआ है. बजट के मामले में भी फिल्म काफी बड़ी है. ऐसे में उनके फैंस के साथ फिल्म क्रिटिक्स की निगाहें भी उनकी आगामी फिल्म पर होगी. राजेश मोहन के निर्देशन में बनी फिल्म 'महादेव का गोरखपुर' में महादेव शिव जी की जिस भव्यता और आस्था के साथ अद्भुत स्तुति की गयी है. फिल्म की शूटिंग गोरखपुर और आसपास के लोकेशन पर की गयी है. यह फिल्म भोजपुरी के साथ हिंदी, तमिल, तेलगु और कन्नड़ में रिलीज होगी. फिल्म के निर्माता प्रीतेश शाह और सलिल संकरण हैं.कहानी साई नारायण ने लिखी है.