पटनाः बिहार में बेराजगार युवाओं के लिए अच्छी खबर आई है, जी हां, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन 4500 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की नियुक्ति करने जा रहा है. सबसे बड़ी बात कि ये नियुक्ति मेधा के आधार पर होगी यानी इसके लिए कोई परीक्षा नहीं देनी पड़ेगी. राज्य स्वास्थ्य समिति ने संविदा के आधार पर ये पद सृजित किए हैं. चयनित अभ्यर्थियों को 40 हजार रुपये प्रति माह वेतन दिया जाएगा.
सभी पद आरक्षितः 4500 पदों के लिए सामान्य श्रेणी के लिए कोई पद नहीं है और सभी पद आरक्षित हैं. इनमें EWS श्रेणी में पुरुषों के लिए 145 सीटें और महिलाओं के लिए 78 सीटें हैं. वहीं EBC श्रेणी में पुरुषों के लिए 1345 और महिलाओं के लिए 331 पद है. जबकि BC श्रेणी में पुरुषों के लिए 702 और महिलाओं के लिए 259 पद हैं. SC की श्रेणी में पुरुषों के लिए 1279 और महिलाओं के लिए 230 पद हैं. ST श्रेणी में पुरुषों के लिए 95 और महिलाओं के लिए 36 पद हैे. कुल मिलाकर पुरुषों के लिए 3566 और महिलाओं के लिए 934 सीटें हैं.
उम्मीदवारों के पास बीएससी (नर्सिंग) की डिग्री जरूरी है: इस पद के इच्छुक उम्मीदवारों के पास बीएससी (नर्सिंग) की डिग्री या फिर सर्टिफिकेट इन कम्युनिटी हेल्थ की डिग्री होनी जरूरी है. माना जा रहा है कि जून तक सभी रिक्तियां भर दी जाएंगी. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति युद्ध स्तर पर तैयारी में जुटी हुई है. आवेदन की प्रक्रिया 1 अप्रैल से शुरू होगी और आवेदन के लिए आखिरी तिथि 30 अप्रैल है. इच्छुक उम्मीदवार NHM के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
सब के लिए अलग-अलग शुल्कः आवेदन के लिए EWS, EBC और BC वर्ग के पुरुषों के लिए 500 रुपये आवेदन शुल्क और महिलाओं के लिए 250 रुपए आवेदन शुल्क है. वही अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और दिव्यांग श्रेणी के महिला और पुरुष आवेदकों के लिए ₹250 आवेदन शुल्क है. EWS श्रेणी में आवेदन के लिए पुरुषों की आयु सीमा 21 वर्ष से 42 वर्ष है. वही EWS श्रेणी की महिलाएं, BC और EBC श्रेणी के महिला और पुरुष उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 21 वर्ष से 45 वर्ष के बीच है. जबकि अनुसूचित जाति और जनजाति के महिला और पुरुष उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा 21 वर्ष से 47 वर्ष के बीच है.
चयनित उम्मीदवारों को भारत सरकार और राज्य सरकार की सभी स्वास्थ्य योजनाओं को प्रमोट करने की जवाबदेही होगी. चयनित उम्मीदवारों की पोस्टिंग हेल्थ वेलनेस सेंटर्स, स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर की जाएगी, जहां वे एनएचएम की योजनाओं की मॉनिटरिंग करेंगे. यह सभी ऑफिसर योजनाओं को मरीज और आम लोगों के बीच सही से क्रियान्वयन करने के साथ-साथ पब्लिक प्रोग्राम चलने और रोगी के समुचित इलाज की मॉनीटरिंग भी करेंगे.