पटना: राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी यानी एनटीए ने 1563 कैंडिडेट्स के लिए यह परीक्षा 23 जून को दोबारा से आयोजित कराई थी लेकिन एग्जाम में सिर्फ 813 स्टूडेंट्स ही शामिल हुए थे. 52% अभ्यर्थी ही परीक्षा में सम्मिलित हुए थे और 750 अभ्यर्थी अर्थात 48 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए. जिन कैंडिडेट्स ने यह परीक्षा दी थी, वह एनटीए की ऑफिशियल वेबसाइट www.exam.nta.ac.in पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं. एनटीए ने कहा है कि भविष्य के लिए अभ्यर्थी रिजल्ट को डाउनलोड करके सुरक्षित रख सकते हैं.
ग्रेस अंक को हटाकर रिजल्ट जारी: यह 1563 कैंडिडेट वह थे, जिन्हें परीक्षा में एनटीए ने ग्रेस अंक दिया हुआ था. परीक्षा में 67 छात्रों ने 720 में 720 अंक हासिल किया, जिसको लेकर विवाद बढ़ा. जिसमें पता चला कि कई छात्रों को ग्रेस अंक मिले हैं. ग्रेस अंक को लेकर काफी विवाद खड़ा हुआ और सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद एनटीए ने ग्रेस अंक हटाने की बात को माना. जिन्हें ग्रेस अंक मिला था, उनके लिए दोबारा परीक्षा 23 जून को आयोजित की गई. जो परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए, उनका भी रिवाइस रिजल्ट जारी हुआ है और यह रिजल्ट ग्रेस अंक को हटाकर जारी किया गया है.
नीट यूजी परीक्षा की रैंकिंग पर असर: यह रिजल्ट आने के बाद पूर्व में जो 4 जून को रिजल्ट आया था, उस रैंकिंग में काफी बदलाव हो गए हैं क्योंकि 23 जून को जो परीक्षा में बैठे उन्हें अलग अंक आए हैं. वहीं जो परीक्षा में नहीं बैठे, उनके भी अंक कम हुए हैं. ऐसे में इस नई रैंकिंग के आधार पर एमबीबीएस कोर्सेज में दाखिले के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू होगी. 6 जुलाई से काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है. बहरहाल अभ्यर्थी और चिकित्सक संगठन इस परीक्षा को कैंसिल करने की मांग कर रहे हैं. इस मामले में 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है.
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