नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में वैश्विक निवेशकों के बढ़ते विश्वास पर प्रकाश डाला है. साथ ही वैश्विक निवेशक मार्क मोबियस की टिप्पणियों की ओर ध्यान आकर्षित किया है.
एनडीटीवी वर्ल्ड समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मोबियस के भारत के प्रति लंबे समय से चले आ रहे 'प्रेम' और देश की विकास क्षमता के प्रति उनके उत्साह पर जोर दिया.
मोदी ने भारत की बाजार ताकत का लाभ उठाने के लिए वैश्विक फंडों के लिए विशाल अवसरों को रेखांकित करते हुए कहा कि मार्क मोबियस उन कई लोगों में से एक हैं जो भारत से प्यार करते हैं. यहां के अवसरों के बारे में उनका उत्साह बहुत कुछ कहता है. जब वे सुझाव देते हैं कि वैश्विक फंडों को भारतीय शेयर बाजार में कम से कम 50 फीसदी निवेश करना चाहिए, तो यह एक महत्वपूर्ण संदेश देता है.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल में काम की गति के कारण कई एजेंसियों ने भारत के विकास पूर्वानुमान को संशोधित किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल के 125 दिन पूरे कर लिए हैं. मैं इन 125 दिनों के अपने अनुभव आपके साथ साझा करना चाहता हूं. इस अवधि में गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घरों को मंजूरी दी गई है. इन 125 दिनों में हमने 9 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम करना भी शुरू किया है.
भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ करते हुए मोबियस ने कहा कि आने वाले समय में सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत लीडर बनकर उभरेगा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जिस तरह से काम किया है, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास किया है, यह नई क्रांति लेकर आएगा. मोबियन ने कहा कि भारत में डिमांड है और स्ट्रॉंग सॉफ्टवेयर इकोसिस्टम है.
दिग्गज निवेशक ने कहा कि भारत को आगे ले जाने के लिए यह बड़ी उपलब्धि है. मोबियस ने पीएम मोदी द्वारा जीएसटी के लिए उठाए गए कदमों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी से टैक्स सिस्टम का एकीकरण किया है और यह कोई छोटा-मोटा बदलाव नहीं है, बल्कि अर्थव्यवस्था को नई गति देने वाला है.
मोबियस ने यह भी कहा कि निवेश करना है, तो इसका मतलब यह भी नहीं होता है कि आप जल्दीबाजी में कोई निर्णय करें, खासकर युवाओं को यह बहुत ध्यान रखना होगा. उन्होंने कहा कि आप जहां भी निवेश करें, सोच-समझकर और तर्क के साथ निवेश करें.
उन्होंने कहा कि देश को समृद्ध बनाना है तो हमें मार्केट को मजबूत करना होगा, उसे स्पेस देना होगा, और उसका विकास करना होगा. अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान भी कहते हैं कि किसी भी देश में पैसा कमाने के लिए बाजार आधारित अर्थव्यवस्था होना जरूरी है. बाजार को मजबूत करना है, तो शेयर मार्केट को भी मजबूत करना होगा.