नई दिल्ली: सैन फ्रांसिस्को में ओपनएआई रिसर्चर सुचिर बालाजी अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए. 26 वर्षीय भारतीय अमेरिकी व्यक्ति ने अक्टूबर में न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में ओपनएआई के कॉपीराइट कानून तोड़ने के बारे में चिंता जताई थी.
ऑफिस ऑफ चीफ मेडिकल एग्जामिनर (OCME) ने मृतक की पहचान सैन फ्रांसिस्को के 26 वर्षीय सुचिर बालाजी के रूप में की है. एक प्रवक्ता ने टेकक्रंच को दिए एक बयान में कहा कि मौत का तरीका आत्महत्या माना गया है. OCME ने रिश्तेदारों को सूचित कर दिया है और इस समय प्रकाशन के लिए कोई और टिप्पणी या रिपोर्ट नहीं है.
अक्टूबर 2023 में ओपनएआई छोड़ने वाले श्री बालाजी एआई दिग्गज के खिलाफ इनफॉर्मर बनकर उभरे थे. बालाजी ने आरोप लगाया कि कंपनी के एआई मॉडल बिना अनुमति के इंटरनेट से स्क्रैप की गई कॉपीराइट कंटेट पर ट्रेनिंग किए गए थे, एक ऐसा अभ्यास जो उनके अनुसार हानिकारक था.
— Elon Musk (@elonmusk) December 14, 2024
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने भी एक्स एक रहस्यमय 'हम्म' पोस्ट के साथ इस खबर पर प्रतिक्रिया दी. बता दें कि एलन मस्क वर्तमान में ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन के साथ कानूनी लड़ाई में हैं.
द न्यू यॉर्क टाइम्स के अनुसार ओपनएआई में लगभग चार साल काम करने के बाद बालाजी ने कंपनी छोड़ दी, क्योंकि उन्हें लगा कि यह तकनीक समाज को नुकसान पहुंचाएगी. उनकी मुख्य चिंता ओपनएआई के कॉपीराइट डेटा के यूज को लेकर थी, जिसके बारे में उनका मानना था कि यह इंटरनेट के लिए हानिकारक है.
सुचिर बालाजी कौन थे?
ओपनएआई में काम करने से पहले बालाजी ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की थी. कॉलेज में रहते हुए उन्होंने ओपनएआई और स्केल एआई में इंटर्नशिप की.
ओपनएआई में अपने शुरुआती दिनों में बालाजी ने वेबजीपीटी पर काम किया और बाद में जीपीटी-4 के लिए प्रीट्रेनिंग टीम, ओ1 के साथ रीजनिंग टीम और चैटजीपीटी के लिए पोस्ट-ट्रेनिंग पर काम किया, जैसा कि उनके लिंक्डइन में बताया गया है.