नई दिल्ली: होटल से खाना ऑर्डर करने और मंगाने की सुविधा देने वाले ऑनलाइन मंच स्विगी के शेयर बाजार में बुधवार को दस्तक के साथ कंपनी के 500 से अधिक वर्तमान और पूर्व कर्मचारी 'करोड़पति' की सूची में शामिल हो गये हैं.
मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि स्विगी ने 5,000 कर्मचारियों को कर्मचारी शेयर स्वामित्व योजना (ईसॉप) के तहत निर्गम की उच्च मूल्य सीमा 390 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 9,000 करोड़ रुपये के शेयर आवंटित किये हैं. कंपनी के बाजार में सूचीबद्ध होने तथा शेयर मूल्य बढ़ने से कर्मचारियों को लाभ होगा. कंपनी ने आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) के लिए मूल्य दायरा 371 से 390 रुपये प्रति शेयर रखा गया था.
मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा कि कर्मचारी शेयर विकल्प योजना के तहत 9,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर 5,000 पूर्व और वर्तमान कर्मचारी को दिये गये हैं. कीमत दायरे की ऊपरी सीमा (390 रुपये) के आधार पर 5,000 में से 500 कर्मचारी करोड़पति की सूची में शामिल हो गये हैं.
स्विगी का शेयर बुधवार को एनएसई में 390 रुपये के निर्गम मूल्य के मुकाबले 7.69 प्रतिशत बढ़कर 420 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ. बीएसई में शेयर निर्गम मूल्य के मुकाबले 5.64 प्रतिशत की बढ़त के साथ 412 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ. बाद में यह 7.67 प्रतिशत बढ़कर 419.95 रुपये पर पहुंच गया.
शुरुआती कारोबार के दौरान कंपनी का बाजार मूल्यांकन 89,549.08 करोड़ रुपये रहा. स्विगी के 11,327 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को 3.59 गुना अभिदान मिला था. कंपनी का आईपीओ शुक्रवार को बंद हुआ था. कंपनी के आईपीओ में 4,499 करोड़ रुपये मूल्य के नये शेयर तथा बिक्री पेशकश के अंतर्गत 6,828 करोड़ रुपये के शेयर रखे गये थे. स्विगी की विवरण पुस्तिका के अनुसार, वह नये निर्गम से प्राप्त आय का उपयोग प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचे में निवेश, ब्रांड मार्केटिंग और कारोबार के प्रचार-प्रसार, कर्ज भुगतान और अधिग्रहण समेत अन्य कंपनी कामकाज में करेगी.