मुंबई: सोनी ने जी के साथ अपने 10 अरब डॉलर के डील को रद्द कर दिया है. इसके बाद से ही जी के शेयरों में गिरवाट देखने को मिल रही है. साथ ही ब्रोकेज कंपनी ने भी जी के शेयरों की रेटिंग को धटा दिया है. इस निर्णय के बाद यूनिलीवर पीएलसी और प्रॉक्टर एंड गैंबल कंपनी जैसे बड़े विज्ञापनदाताओं को मुश्किल में डाल दिया है. देश की 1.4 अरब आबादी तक पहुंचने के लिए उनके पास संभावित राइवल से गुजरने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
सोनी ने जी को भेजा समाप्ति पत्र
जापानी मीडिया दिग्गज की स्थानीय इकाई ने जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड को एक समाप्ति पत्र भेजा है. संभवतः जी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पुनित गोयनका के इस आग्रह के कारण कि उन्हें विलय के बाद इकाई का नेतृत्व करना चाहिए, यह सौदा विफल हो गया. जबकि गोयनका, भारतीय नेटवर्क के 73 वर्षीय संस्थापक, सुभाष चंद्रा के बेटे, वास्तव में संयुक्त इकाई के सीईओ के रूप में मूल पसंद थे. देश के शेयर बाजार नियामक ने तब से पिता-पुत्र की जोड़ी पर धन निकालने का आरोप लगाया है. चूंकि जांच अभी भी चल रही है, सोनी कॉर्पोरेट-गवर्नेंस घोटाले से कलंकित नहीं होना चाहता था. अपने पत्र में, सोनी ने विलय समझौते की शर्तों को पूरा नहीं करने को समाप्ति का कारण बताया है. जी ने कहा कि गोयनका विलय के हित में पद छोड़ने के लिए सहमत थे.
मुकेश अंबानी और डिजनी की डील
इस बीच एक नया मीडिया मुगल सामने आया है. मुकेश अंबानी वॉल्ट डिजनी कंपनी के सीईओ बॉब इगर से बात कर रहे हैं. जो चार मुख्य क्षेत्रों- स्ट्रीमिंग, थीम पार्क, स्टूडियो और ईएसपीएन, स्पोर्ट्स नेटवर्क पर ध्यान केंद्रित करके विशाल विशाल कंपनी को स्थिर करना चाहते हैं. अगर अंबानी की वायाकॉम18 मीडिया डिजनी की स्टार फ्रेंचाइजी के साथ जुड़ती है, तो भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी और उसके सबसे बड़े खुदरा विक्रेता का मालिक उत्तरी शहरों में हिंदी सामान्य मनोरंजन के एक तिहाई और दक्षिण में तमिल बाजार के एक चौथाई से अधिक को नियंत्रित करेगा. वह वीडियो स्ट्रीमिंग के एक तिहाई हिस्से पर भी कब्जा कर लेगा.