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पीएम मोदी के सिंगापुर पहुंचने से पहले ही भारत को मिली सौगात, यह कंपनी करेगी तगड़ा निवेश - Singapore investment in India

Singapore investment in India- सिंगापुर की कैपिटलैंड इन्वेस्टमेंट (सीएलआई) ने 2028 तक भारत में अपने प्रबंधन के तहत फंड (एफयूएम) को दोगुना करने की योजना की घोषणा की है. इसका लक्ष्य 30 जून तक अपने मौजूदा एफयूएम को 7.4 बिलियन डॉलर (INR458.8 बिलियन) बढ़ाना है. यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुधवार को सिंगापुर पहुंचने से कुछ घंटे पहले की गई है. पढ़ें पूरी खबर...

SINGAPORE INVESTMENT IN INDIA
पीएम मोदी का सिंगापुर दौरा (Canva)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 4, 2024, 1:18 PM IST

Updated : Sep 4, 2024, 1:28 PM IST

नई दिल्ली: सिंगापुर की कैपिटलैंड इन्वेस्टमेंट ने बुधवार को कहा कि उसका लक्ष्य 2028 तक भारत में अपने प्रबंधन के तहत फंड को दोगुना से अधिक करना है, जो 30 जून तक 7.4 बिलियन सिंगापुर डॉलर (5.66 बिलियन अमेरिकी डॉलर) था. यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुधवार को सिंगापुर पहुंचने से कुछ घंटे पहले की गई है. यह अगले 4 वर्षों में लगभग 45,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.

रियल एस्टेट निवेश प्रबंधक ने कहा कि इससे कंपनी के 2028 तक 200 बिलियन सिंगापुर डॉलर के एफयूएम हासिल करने के वैश्विक लक्ष्य में योगदान मिलेगा.

सिंगापुर की कैपिटलैंड इन्वेस्टमेंट के सीईओ ली ची कून ने कहा कि देश वैश्विक निगमों और संस्थागत निवेशकों से गुणवत्तापूर्ण अचल संपत्तियों की मांग को आकर्षित कर रहा है. कून ने कहा कि कंपनी देश में अक्षय ऊर्जा और रियल एस्टेट निजी लोन क्षेत्रों में प्रवेश करने के अवसरों की तलाश करेगी.

पिछले महीने, कंपनी ने भारत में बिजनेस पार्क विकास के लिए एक फंड लॉन्च किया, जिससे प्रबंधन के तहत इसके फंड में 700 मिलियन डॉलर जुड़ने की उम्मीद है.

इसका क्या मतलब है?
कैपिटालैंड इन्वेस्टमेंट, एक लीडिंग वैश्विक रियल एस्टेट निवेश प्रबंधक का लक्ष्य 2028 तक भारत में अपने निवेश को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाना है. यह देश के आर्थिक विकास और रियल एस्टेट क्षेत्र में एक मजबूत विश्वास का संकेत देता है.

बढ़े हुए विदेशी निवेश भारत में रोजगार सृजन, आर्थिक विकास और बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान दे सकते हैं. कैपिटललैंड की निवेश योजनाओं का भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

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नई दिल्ली: सिंगापुर की कैपिटलैंड इन्वेस्टमेंट ने बुधवार को कहा कि उसका लक्ष्य 2028 तक भारत में अपने प्रबंधन के तहत फंड को दोगुना से अधिक करना है, जो 30 जून तक 7.4 बिलियन सिंगापुर डॉलर (5.66 बिलियन अमेरिकी डॉलर) था. यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुधवार को सिंगापुर पहुंचने से कुछ घंटे पहले की गई है. यह अगले 4 वर्षों में लगभग 45,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.

रियल एस्टेट निवेश प्रबंधक ने कहा कि इससे कंपनी के 2028 तक 200 बिलियन सिंगापुर डॉलर के एफयूएम हासिल करने के वैश्विक लक्ष्य में योगदान मिलेगा.

सिंगापुर की कैपिटलैंड इन्वेस्टमेंट के सीईओ ली ची कून ने कहा कि देश वैश्विक निगमों और संस्थागत निवेशकों से गुणवत्तापूर्ण अचल संपत्तियों की मांग को आकर्षित कर रहा है. कून ने कहा कि कंपनी देश में अक्षय ऊर्जा और रियल एस्टेट निजी लोन क्षेत्रों में प्रवेश करने के अवसरों की तलाश करेगी.

पिछले महीने, कंपनी ने भारत में बिजनेस पार्क विकास के लिए एक फंड लॉन्च किया, जिससे प्रबंधन के तहत इसके फंड में 700 मिलियन डॉलर जुड़ने की उम्मीद है.

इसका क्या मतलब है?
कैपिटालैंड इन्वेस्टमेंट, एक लीडिंग वैश्विक रियल एस्टेट निवेश प्रबंधक का लक्ष्य 2028 तक भारत में अपने निवेश को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाना है. यह देश के आर्थिक विकास और रियल एस्टेट क्षेत्र में एक मजबूत विश्वास का संकेत देता है.

बढ़े हुए विदेशी निवेश भारत में रोजगार सृजन, आर्थिक विकास और बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान दे सकते हैं. कैपिटललैंड की निवेश योजनाओं का भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

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Last Updated : Sep 4, 2024, 1:28 PM IST
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