नई दिल्ली: लाल सागर संकट के कारण जहाजों के मार्ग में बदलाव के कारण देश की प्रमुख कार कंपनियों ने बयान दिया है. मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि की लागत में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है. ऑडी इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लाल सागर की स्थिति जर्मन लक्जरी कार निर्माता ऑडी के लिए आपूर्ति श्रृंखला संबंधी समस्याएं पैदा कर रही है. इससे भारत में ग्राहकों को पहली तिमाही में कार की डिलीवरी प्रभावित हो रही है, लेकिन आने वाले महीनों में सुधार की उम्मीद है.
मारुति सुजुकी इंडिया ने पिछले कैलेंडर साल में लगभग 2.7 लाख कारों का निर्यात किया था. हालांकि, कंपनी ने कहा है कि उसे नहीं लगता कि इस मुद्दे का उसके निर्यात पर कुछ विशेष प्रभाव पड़ेगा.
एमएसआई के कार्यकारी अधिकारी ने क्या कहा?
एमएसआई के कार्यकारी अधिकारी (कॉरपोरेट मामले) राहुल भारती ने कहा कि लाल सागर मुद्दे के कारण हमें कुछ लॉजिस्टिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. जोखिम और वाहनों के मार्ग में बदलाव की वजह से लागत में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन यह उल्लेखनीय नहीं होगी. उन्होंने कहा कि माल निर्यात के समय में कुछ बदलाव हो सकता है. इससे जहाजों के आने और निर्यात के लिए वाहनों के उठाव में कुछ अनिश्चितता देखने को मिल सकती है.
ऑडी इंडिया के प्रमुख ने क्या कहा?
ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा कि लाल सागर की स्थिति के कारण आपूर्ति श्रृंखला में बाधा आई है जिसका सामना हम 2024 की पहली तिमाही में कर रहे हैं. पहली तिमाही में यह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण है लेकिन हमें आने वाले महीनों में ठीक होने की उम्मीद है.
लाल सागर से हो रहे व्यापार
लाल सागर जलडमरूमध्य वैश्विक कंटेनर यातायात के 30 फीसदी और वैश्विक व्यापार के 12 फीसदी के लिए महत्वपूर्ण है. यूरोप के साथ भारत का लगभग 80 फीसदी वस्तुओं का व्यापार इसी मार्ग से होता है.