नई दिल्ली: एशिया में सोमवार को तेल की कीमतें गिर गईं हैं. बता दें कि शनिवार देर रात इजरायल पर ईरान के हमले के बाद बाजार सहभागियों ने जोखिम प्रीमियम वापस ले लिया है. जिसके बारे में इजरायल सरकार ने कहा कि इससे सीमित क्षति हुई.
जून डिलीवरी के लिए ब्रेंट वायदा 24 सेंट गिरकर 90.21 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जबकि मई डिलीवरी के लिए वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) वायदा 1256 जीएमटी पर 38 सेंट गिरकर 85.28 डॉलर प्रति बैरल पर था. 300 से अधिक मिसाइलों और ड्रोनों से किया गया हमला तीन दशकों से अधिक समय में किसी अन्य देश द्वारा इजराइल पर किया गया पहला हमला था. इसने मध्य पूर्व के माध्यम से तेल यातायात को प्रभावित करने वाले व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष के बारे में चिंता जताई थी.
लेकिन हमले, जिसे ईरान ने अपने दमिश्क वाणिज्य दूतावास पर हवाई हमले के लिए प्रतिशोध कहा था, में केवल मामूली क्षति हुई, इजरायल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली द्वारा मिसाइलों को मार गिराया गया. इजराइल, जो गाजा में ईरान समर्थित हमास आतंकवादियों के साथ युद्ध कर रहा है, ने वाणिज्य दूतावास पर हमले की न तो पुष्टि की है और न ही इनकार किया है.
जबकि इजरायली अधिकारियों ने कहा कि देश की युद्ध कैबिनेट जवाबी कार्रवाई के पक्ष में थी, अमेरिका ने कहा कि वह ईरान के खिलाफ किसी भी हमले में भाग नहीं लेगा. वैश्विक शक्तियों, अन्य अरब देशों और संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने संयम बरतने का आह्वान किया है.
ईरान के जवाबी हमले की आशंका में शुक्रवार को तेल बेंचमार्क में तेजी आई थी, जो अक्टूबर के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. लेकिन अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी द्वारा इस वर्ष तेल की मांग में वृद्धि के पूर्वानुमान को कम करने के बाद भी कीमतें सप्ताह के अंत में लगभग 1 फीसदी कम हो गईं. इजराइल को हुए सीमित नुकसान के बावजूद, विश्लेषकों को आज सुबह कीमतों में कम से कम अल्पकालिक उछाल की उम्मीद थी.