नई दिल्ली: कारोबारी सप्ताह के पहले दिन शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है. बाजार खुलने के कुछ ही देर में निवेशकों के 5 लाख करोड़ रुपये डूब गए. इजराइल-ईरान युद्ध के कारण मध्य-पूर्व क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है. अमेरिकी डॉलर की बढ़ती दरें और अमेरिकी ट्रेजरी उपज, एफआईआई की बिक्री आदि के कारण, भारतीय शेयर बाजार पर असर पड़ा है.
शेयर बाजार में आज गिरावट
पिछले दो सत्रों में, निफ्टी 50 इंडेक्स 400 अंक से अधिक टूट गया है, बीएसई सेंसेक्स 1300 अंक से अधिक टूट गया है, जबकि बैंक निफ्टी इंडेक्स 1,000 अंक से अधिक गिर गया है. व्यापक बाजार में, पिछले सप्ताह शुक्रवार से स्मॉल-कैप इंडेक्स 2 फीसदी से अधिक टूट गया है जबकि मिड-कैप इंडेक्स 1.50 फीसदी तक गिर गया है.
आज शेयर बाजार में गिरावट क्यों है?
- ईरान-इजराइल युद्ध- मध्य पूर्व में तनाव भारतीय इक्विटी बाजार में बिकवाली का प्रमुख कारण है क्योंकि इससे क्षेत्र में भू-राजनीतिक अनिश्चितता के बारे में संदेह पैदा हो गया है.
- अमेरिकी डॉलर की दरों में वृद्धि- अमेरिकी डॉलर लगातार बढ़ रहा है और अमेरिकी डॉलर सूचकांक 106 के स्तर के करीब आ गया है और जापानी येन के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की दर 34 साल के उच्चतम स्तर को छू गई है. इससे अमेरिकी ट्रेजरी की पैदावार में तेजी आई है, जिससे वैश्विक इक्विटी बाजार में बिक्री बढ़ी है, जिसमें भारतीय शेयर बाजार भी शामिल है.
- कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें- घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतें छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं. मार्च 2024 में ईंधन की कीमतें 6 फीसदी तक बढ़ गई हैं, जबकि अप्रैल 2024 में यह इससे भी अधिक बढ़ गई हैं.
- एफआईआई की बिकवाली- भूराजनीतिक अनिश्चितता और अमेरिकी डॉलर की बढ़ती दरों के कारण, एफआईआई भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे हैं.