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महंगाई पर दिखा सरकार का काबू, जनवरी में थोक मुद्रास्फीति घटी

WPI inflation January- भारत में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई जनवरी में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में कम होकर 0.27 फीसदी हो गई. जनवरी में थोक महंगाई घटकर 0.27 फीसदी हो गई है. वहीं, खाद्य मुद्रास्फीति 3.79 फीसदी पर है. पढ़ें पूरी खबर...

WPI inflation January (File Photo)
जनवरी में WPI मुद्रास्फीति (फाइल फोटो)
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By PTI

Published : Feb 14, 2024, 1:06 PM IST

Updated : Feb 14, 2024, 1:18 PM IST

नई दिल्ली: खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी के कारण थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई जनवरी में कम होकर 0.27 फीसदी पर आ गई है. दिसंबर 2023 में WPI महंगाई 0.73 फीसदी पर थी. जनवरी में थोक खाद्य मुद्रास्फीति घटकर 3.79 फीसदी पर आ गई. पिछले साल दिसंबर में यह 5.39 फीसदी थी.

बता दें कि WPI महंगाई अप्रैल से अक्टूबर तक नकारात्मक क्षेत्र में थी. इसके बाद नवंबर में 0.39 फीसदी पर सकारात्मक हो गई थी.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि ऑल इंडिया थोक प्राइस इंडेक्स (डब्ल्यूपीआई) संख्या पर आधारित महंगाई की सलाना रेट जनवरी, 2024 (जनवरी, 2023 से अधिक) महीने के लिए 0.27 फीसदी है.

विनिर्मित उत्पादों में सबसे अधिक गिरावट
मुद्रास्फीति में सबसे अधिक गिरावट विनिर्मित उत्पादों (-1.13 फीसदी) में देखी गई, इसके बाद ईंधन और बिजली (-0.51 फीसदी) का स्थान रहा. प्राथमिक वस्तुएं, जिनमें खनिज और कच्चा पेट्रोलियम शामिल हैं, 3.84 फीसदी की सकारात्मक मुद्रास्फीति देखी गई है.

बता दें कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बयान में कहा कि जनवरी 2024 में मुद्रास्फीति की सकारात्मक रेट खाद्य वस्तुओं, मशीनरी और उपकरण, अन्य विनिर्माण, खनिज, अन्य परिवहन उपकरण आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है.

जनवरी में घटी महंगाई
इन आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी में खाद्य महंगाई घटकर 6.85 फीसदी हो गई, जो दिसंबर 2023 में 9.38 फीसदी थी. जनवरी में सब्जियों की महंगाई दर 19.71 फीसदी थी, जो पिछले महीने 26.3 फीसदी थी. जनवरी में दालों में थोक महंगाई दर 16.06 फीसदी थी, जबकि फलों में यह 1.01 फीसदी थी. जनवरी 2023 में थोक महंगाई दर 4.8 फीसदी थी.

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नई दिल्ली: खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी के कारण थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई जनवरी में कम होकर 0.27 फीसदी पर आ गई है. दिसंबर 2023 में WPI महंगाई 0.73 फीसदी पर थी. जनवरी में थोक खाद्य मुद्रास्फीति घटकर 3.79 फीसदी पर आ गई. पिछले साल दिसंबर में यह 5.39 फीसदी थी.

बता दें कि WPI महंगाई अप्रैल से अक्टूबर तक नकारात्मक क्षेत्र में थी. इसके बाद नवंबर में 0.39 फीसदी पर सकारात्मक हो गई थी.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि ऑल इंडिया थोक प्राइस इंडेक्स (डब्ल्यूपीआई) संख्या पर आधारित महंगाई की सलाना रेट जनवरी, 2024 (जनवरी, 2023 से अधिक) महीने के लिए 0.27 फीसदी है.

विनिर्मित उत्पादों में सबसे अधिक गिरावट
मुद्रास्फीति में सबसे अधिक गिरावट विनिर्मित उत्पादों (-1.13 फीसदी) में देखी गई, इसके बाद ईंधन और बिजली (-0.51 फीसदी) का स्थान रहा. प्राथमिक वस्तुएं, जिनमें खनिज और कच्चा पेट्रोलियम शामिल हैं, 3.84 फीसदी की सकारात्मक मुद्रास्फीति देखी गई है.

बता दें कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बयान में कहा कि जनवरी 2024 में मुद्रास्फीति की सकारात्मक रेट खाद्य वस्तुओं, मशीनरी और उपकरण, अन्य विनिर्माण, खनिज, अन्य परिवहन उपकरण आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है.

जनवरी में घटी महंगाई
इन आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी में खाद्य महंगाई घटकर 6.85 फीसदी हो गई, जो दिसंबर 2023 में 9.38 फीसदी थी. जनवरी में सब्जियों की महंगाई दर 19.71 फीसदी थी, जो पिछले महीने 26.3 फीसदी थी. जनवरी में दालों में थोक महंगाई दर 16.06 फीसदी थी, जबकि फलों में यह 1.01 फीसदी थी. जनवरी 2023 में थोक महंगाई दर 4.8 फीसदी थी.

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Last Updated : Feb 14, 2024, 1:18 PM IST
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