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भारत ने अमेरिका के साथ समझौते के अनुरूप ब्लूबेरी, टर्की पर आयात शुल्क में कटौती की

India cuts import duty- केंद्र सरकान ने अमेरिका के साथ समझौते के अनुरूप ब्लूबेरी, टर्की पर आयात शुल्क में कटौती कर दी है. इसको अमेरिका-भारत द्विपक्षीय व्यापार साझेदारी में एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में देखा जा रहा है. पढ़ें पूरी खबर...

Blueberries (File Photo)
ब्लूबेरीज (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 21, 2024, 9:52 AM IST

नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (सीबीआईसी) अधिसूचना के अनुसार सरकार ने कपास की एक निश्चित किस्म पर सीमा शुल्क हटा दिया है. वहीं, इंपोर्टेंट ब्लूबेरी, क्रैनबेरी और फ्रोजन टर्की के कुछ प्रकारों पर शुल्क कम कर दिया गया है. सीबीआईसी ने कपास की कुछ श्रेणी पर आयात शुल्क कम कर दिया है, जिसकी स्टेपल लंबाई 32 मिमी से अधिक है, पहले पांच फीसदी से शून्य कर दी गई.

जबकि, जमे हुए टर्की और खाद्य ऑफल पर पहले के 30 फीसदी की तुलना में 5 फीसदी सीमा शुल्क लगेगा. ताजा, सूखे या जमे हुए क्रैनबेरी और ब्लूबेरी पर 10 फीसदी सीमा शुल्क लगेगा. हालांकि, तैयार या संरक्षित क्रैनबेरी पर 5 फीसदी कम शुल्क लगेगा, संरक्षित ब्लूबेरी पर 10 फीसदी आयात शुल्क लगेगा. नोटिफिकेशन के मुताबिक ड्यूटी में बदलाव इसलिए किया गया क्योंकि इसे जनहित में जरूरी समझा गया.

अमेरिका-भारत द्विपक्षीय व्यापार साझेदारी
सितंबर 2023 में, यूएस (संयुक्त राज्य) व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई ने घोषणा की कि भारत और अमेरिका कुछ कृषि उपज के संबंध में डब्ल्यूटीओ में अपने अंतिम बकाया विवाद को हल करने के लिए सहमत हुए हैं. ऐसा तब हुआ जब भारत विभिन्न चरणों में आयातित फ्रोजन टर्की, फ्रोजन बत्तख और ब्लूबेरी और क्रैनबेरी सहित अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने पर सहमत हुआ. इसे अमेरिका-भारत द्विपक्षीय व्यापार साझेदारी में एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में देखा जाता है.

क्यों उठाया गया इस कदम को?
यह कदम विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच एक बड़े विवाद समाधान के हिस्से के रूप में कुछ ताजा और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों पर आयात शुल्क को कम करने के भारत के इरादे के अनुरूप है

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नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (सीबीआईसी) अधिसूचना के अनुसार सरकार ने कपास की एक निश्चित किस्म पर सीमा शुल्क हटा दिया है. वहीं, इंपोर्टेंट ब्लूबेरी, क्रैनबेरी और फ्रोजन टर्की के कुछ प्रकारों पर शुल्क कम कर दिया गया है. सीबीआईसी ने कपास की कुछ श्रेणी पर आयात शुल्क कम कर दिया है, जिसकी स्टेपल लंबाई 32 मिमी से अधिक है, पहले पांच फीसदी से शून्य कर दी गई.

जबकि, जमे हुए टर्की और खाद्य ऑफल पर पहले के 30 फीसदी की तुलना में 5 फीसदी सीमा शुल्क लगेगा. ताजा, सूखे या जमे हुए क्रैनबेरी और ब्लूबेरी पर 10 फीसदी सीमा शुल्क लगेगा. हालांकि, तैयार या संरक्षित क्रैनबेरी पर 5 फीसदी कम शुल्क लगेगा, संरक्षित ब्लूबेरी पर 10 फीसदी आयात शुल्क लगेगा. नोटिफिकेशन के मुताबिक ड्यूटी में बदलाव इसलिए किया गया क्योंकि इसे जनहित में जरूरी समझा गया.

अमेरिका-भारत द्विपक्षीय व्यापार साझेदारी
सितंबर 2023 में, यूएस (संयुक्त राज्य) व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई ने घोषणा की कि भारत और अमेरिका कुछ कृषि उपज के संबंध में डब्ल्यूटीओ में अपने अंतिम बकाया विवाद को हल करने के लिए सहमत हुए हैं. ऐसा तब हुआ जब भारत विभिन्न चरणों में आयातित फ्रोजन टर्की, फ्रोजन बत्तख और ब्लूबेरी और क्रैनबेरी सहित अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने पर सहमत हुआ. इसे अमेरिका-भारत द्विपक्षीय व्यापार साझेदारी में एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में देखा जाता है.

क्यों उठाया गया इस कदम को?
यह कदम विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच एक बड़े विवाद समाधान के हिस्से के रूप में कुछ ताजा और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों पर आयात शुल्क को कम करने के भारत के इरादे के अनुरूप है

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