नई दिल्ली: आजकल हर काम के लिए आधार कार्ड अनिवार्य हो गया है. सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने, नौकरी के लिए आवेदन करने, स्कूल और कॉलेज में एडमिशन लेने जैसी हर काम के लिए आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा जारी किए गए आधार कार्ड में बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक जानकारी होती है. इसलिए घर किराए पर देने वाले, मकान मालिक जमीन की रजिस्ट्री के दौरान आधार कार्ड मांगते हैं. तो क्या आप जानते हैं कि कैसे पता करें कि विक्रेता द्वारा दिया गया आधार कार्ड असली है या नहीं?
कुछ लोग घर के मालिक को नकली आधार कार्ड थमा देते हैं. कई लोग डुप्लीकेट कार्ड बनाकर ठगी करते हैं. ऐसी चीजों को रोकने के लिए हमें यह जानना जरूरी है कि उनके द्वारा दिया गया आधार कार्ड असली है या नहीं. नहीं तो कुछ मुश्किलें आ सकती है. इसलिए आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि आपके मोबाइल लोन के किराएदार द्वारा दिया गया आधार कार्ड असली है या नहीं.
क्या है प्रॉसेस?
- सबसे पहले अपने फोन में UIDAI द्वारा विकसित mAadhaar ऐप इंस्टॉल करें. यह ऐप आधार से जुड़ी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए उपयोगी है.
- इसके बाद आधार कार्ड को वेरिफाई करने के दो विकल्प हैं. एक को क्यूआर कोड स्कैनर के जरिए वेरिफाई किया जा सकता है और दूसरे को मैन्युअली आधार नंबर डालकर वेरिफाई किया जा सकता है.
- आधार कार्ड को वेरिफाई करने का सबसे आसान तरीका क्यूआर कोड को स्कैन करना है. इसलिए आपको ऐप डैशबोर्ड से क्यूआर कोड स्कैनर ऑप्शन को चुनना होगा. इसके बाद यह आधार कार्ड से जुड़ी डिटेल दिखाएगा जिससे यह पुष्टि होगी कि यह असली है या नहीं.
- सबसे पहले आपको सीधे आधार नंबर को वेरिफाई करने के लिए ब्राउजर में UIDAI की वेबसाइट पर जाना होगा.
- इसके बाद एक यूनिक 12 डिजिट का नंबर डालें. इसके बाद आधार कार्ड वेरिफाई हो जाएगा.
इन स्टेप्स को फॉलो करके आप जान सकते हैं कि आपके किराएदार द्वारा दिया गया आधार कार्ड असली है या नहीं. इससे आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं.