नई दिल्ली: एशिया के दूसरे अमीर बिजनेसमैन गौतम अडाणी 62 साल के हो गए हैं. फोर्ब्स के अनुसार उनकी नेटवर्थ 7.13 लाख करोड़ रुपये हैं. दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 14वें नंबर पर हैं. गौतम अडाणी ने सोमवार को अपनी 32वीं एजीएम (वार्षिक आम बैठक) में बोलते हुए कहा कि हिंडनबर्ग की घटना अडाणी एंटरप्राइजेज को बदनाम करने के लिए रची गई थी.
गौतम अडाणी ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर क्या कहा
गौतम अडाणी ने कहा कि यह हमें बदनाम करने के लिए बनाया गया था. यह एक दोतरफा हमला था, हमारी वित्तीय स्थिति पर एक अस्पष्ट आलोचना. उन्होंने कहा कि हमने मार्जिन-लिंक्ड फाइनेंसिंग में 17,500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान करके किसी भी अस्थिरता के खिलाफ अपने पोर्टफोलियो की सुरक्षा की.
हिंडनबर्ग ने अडाणी समूह पर स्टॉक हेरफेर और टैक्स के अनुचित यूज का आरोप लगाया, जिससे गौतम अडाणी के पोर्ट-टू-पावर समूह में बिकवाली हुई.
गौतम अडानी ने अपने समूह के बारे में क्या कहा
गौतम अडाणी कहा कि ऑपरेशनल एक्सीलेंस, पारदर्शी प्रकटीकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेटिंग एजेंसियों, वित्तीय समुदायों और GQG, टोटल एनर्जीज, यूएस डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प जैसे वैश्विक निवेशकों द्वारा मान्य किया गया था. गुणक प्रभाव को देखते हुए, भारत सरकार ने इंफ्रा विकास पर सही पूर्वानुमान लगाया है. 2023 में हमारी रिकॉर्ड तोड़ उपलब्धियां, राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाती है.
उन्होंने आगे कहा कि जबकि इंफ्रा खर्च के लिए नैरेटिव राष्ट्रीय स्तर पर सेट है. फंडिंग और कार्रवाई का बड़ा हिस्सा राज्य स्तर पर है. हमारे मामले में, 24 भारतीय राज्यों में फैले हमारे परिचालन के साथ, हम पहल को लागू करने में राज्य सरकारों की महत्वपूर्ण भूमिका के प्रत्यक्ष गवाह हैं.