नई दिल्ली: अडाणी समूह के स्वामित्व वाली अंबुजा सीमेंट लिमिटेड (एसीएल) बिहार में नवादा जिले के वारिसलीगंज में सीमेंट पीसने वाली यूनिट लगाएगी. कंपनी ने कहा कि इसको स्थापित करने के लिए लगभग 1,600 करोड़ रुपये का निवेश होगा.
अडाणी सीमेंट यूनिट के एक बयान के अनुसार- 6 MTPA वारिसलीगंज सीमेंट पीसने वाली यूनिट, ACL का बिहार में पहला उद्यम है, जो देश में अपनी क्षमता का विस्तार कर रही है.
बता दें कि इस घोषणा के साथ, अरबपति गौतम अडाणी के नेतृत्व वाली फर्म सीमेंट उद्योग के किसी खिलाड़ी द्वारा राज्य में सबसे बड़ा निवेश बन गई है. कंपनी ने कहा कि इसने कहा कि यह परियोजना बिहार की बढ़ती बुनियादी ढांचे की जरूरतों को पूरा करेगी, जो हाल के केंद्रीय बजट में उल्लिखित प्राथमिकताओं के अनुरूप है.
अडाणी समूह का बिहार प्लान
अडाणी समूह की फर्म ने कहा कि वह अपनी सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट परियोजना को चरणों में इंप्लीमेंट करेगी. इसका पहला चरण अगले साल दिसंबर तक चालू हो जाएगा. परियोजना को तीन चरणों में इंप्लीमेंट किया जाएगा. इसमें 2.4 MTPA का पहला चरण 1,100 करोड़ रुपये के निवेश से दिसंबर 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है.
अंबुजा सीमेंट लिमिटेड ने कहा कि यह परियोजना बिहार के नवादा जिले के वारिसलीगंज तहसील के मोसामा गांव में स्थित होगी और यह जगह सड़क और रेल नेटवर्क से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है.
बिहार के लिए बजट में क्या है?
इस बार के केंद्रीय बजट 2024-25 में, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बिहार के लिए बड़ी परियोजनाओं का अनावरण किया. इसमें विभिन्न परियोजनाओं के लिए 60,000 करोड़ रुपये से अधिक के कुल खर्च का प्रस्ताव है. इसमें तीन एक्सप्रेसवे, एक बिजली प्लांट, हेरिटेज कॉरिडोर और नए हवाई अड्डे और खेल बुनियादी ढांचे के लिए पैसे शामिल है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं - पटना-पूर्णिया, बक्सर-भागलपुर, और बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा के विकास के लिए केंद्र के समर्थन की घोषणा की और बक्सर में गंगा नदी पर एक अतिरिक्त दो-लेन पुल बनाया जाएगा. इन चार परियोजनाओं की कुल लागत 26,000 करोड़ रुपये होगी.