मुंबई: बेंचमार्क इंडेक्स के आगामी बदलाव में बीएसई सेंसेक्स पर अडाणी एंटरप्राइजेज (एईएल) का स्टॉक विप्रो की जगह लेने की उम्मीद है. आईआईएफएल अल्टरनेटिव रिसर्च ने एक नोट में इस बात को कहा है. बीएसई सूचकांकों के लिए सेमी-एनुअल रिबैलेंसिंग एक्सरसाइज के अनुरूप आधिकारिक घोषणा शुक्रवार, 24 मई को होने की उम्मीद है.
अडाणी ग्रुप पिछले साल ही सकता था शामिल
यह 30-शेयर बीएसई सेंसेक्स सूचकांक में गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह के स्वामित्व वाली किसी भी कंपनी को शामिल करने का पहला मौका होगा. 2023 में अडाणी समूह के फ्लैगशिप को सेंसेक्स में शामिल किए जाने की उम्मीद थी, लेकिन हिंडनबर्ग ने इसकी संभावनाओं को धूमिल कर दिया. आईआईएफएल अल्टरनेटिव रिसर्च के अनुसार, सेंसेक्स में एईएल को जोड़ने से इंडेक्स पर नजर रखने वाले इन एक्टिव फंडों से 118 मिलियन डॉलर (लगभग 1,000 करोड़ रुपये) का फ्लो होगा. दूसरी ओर, विप्रो को बाहर किए जाने के बाद 56 मिलियन डॉलर (लगभग 500 करोड़ रुपये) की निकासी होने का अनुमान है.
ब्रोकरेज हाउस ने कहा कि बीएसई 100 इंडेक्स में भी पांच जोड़ और हटाए जाने की संभावना है. आरईसी, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, पेज इंडस्ट्रीज, जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज, एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज और जुबिलेंट फूडवर्क्स की जगह ले सकते हैं.
इस साल जनवरी से एईएल स्टॉक में 10 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है, जिसमें आज की 2 फीसदी बढ़त भी शामिल है. जबकि विप्रो में अब तक 2.3 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है.