नई दिल्ली: डेरॉन ऐसमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेम्स ए. रॉबिन्सन को 2024 का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया है. संस्थाएं कैसे बनती हैं और समृद्धि को कैसे प्रभावित करती हैं, इस पर अध्ययन के लिए इन्हें नोबेल पुरस्कार दिया गया है.
नोबेल पुरस्कार विजेता ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में 2024 का स्वेरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार डारोन ऐसमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेम्स ए. रॉबिन्सन को देने का फैसला किया है. यह पुरस्कार उन्हें इस बात के अध्ययन के लिए दिया जाएगा कि संस्थाएं कैसे बनती हैं और समृद्धि को कैसे प्रभावित करती हैं.
नोबेल पुरस्कार की शुरुआत कब हुई?
इस पुरस्कार को आधिकारिक तौर पर 'अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार' के रूप में जाना जाता है. केंद्रीय बैंक ने इसे 19वीं सदी के स्वीडिश व्यवसायी और रसायनज्ञ नोबेल की याद में स्थापित किया था, जिन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया था और पांच नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत की थी. 1969 में पहले विजेता राग्नार फ्रिश और जान टिनबर्गन थे.
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— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 14, 2024
The Royal Swedish Academy of Sciences has decided to award the 2024 Sveriges Riksbank Prize in Economic Sciences in Memory of Alfred Nobel to Daron Acemoglu, Simon Johnson and James A. Robinson “for studies of how institutions are formed and affect prosperity.”… pic.twitter.com/tuwIIgk393
2023 नोबेल अर्थशास्त्र पुरस्कार
पिछले साल, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर क्लाउडिया गोल्डिन को उनके शोध के लिए सम्मानित किया गया था, जो यह समझाने में मदद करता है कि दुनिया भर में महिलाओं के पुरुषों की तुलना में काम करने की संभावना कम क्यों है और जब वे काम करती हैं तो उन्हें कम पैसे क्यों मिलते हैं. वह 93 अर्थशास्त्र पुरस्कार विजेताओं में से केवल तीसरी महिला थीं.