नयी दिल्ली: भारतीय विमानन क्षेत्र में एक बड़ा एकीकरण पूरा करते हुए एयर इंडिया ने मंगलवार को कहा कि पूर्ण सेवा एयरलाइन कंपनी विस्तारा का उसके साथ विलय पूरा हो गया है. विलय के बाद अस्तित्व में आई यह इकाई 90 से अधिक गंतव्यों को जोड़ते हुए सप्ताह में 5,600 से अधिक उड़ानों का परिचालन करेगी.
विलय के साथ विस्तारित एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 25.1 प्रतिशत हो जाएगी. एक बयान के अनुसार कि एयर इंडिया समूह ने एयर इंडिया और विस्तारा के बीच परिचालन एकीकरण और कानूनी विलय को पूरा कर लिया है, जिससे और बड़ी एक पूर्ण-सेवा एयरलाइन अस्तित्व में आई है.
इससे पहले एक अक्टूबर, 2024 को समूह की किफायती एयरलाइन- एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट (पूर्व में एयर एशिया इंडिया) का विलय हुआ था. विस्तारा टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस का संयुक्त उद्यम था.
एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि यह विलय एयर इंडिया समूह की निजीकरण के बाद की बदलाव यात्रा के एकीकरण और पुनर्गठन के चरण को पूरा करता है.
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में चारों एयरलाइन कंपनियों की टीम ने साथ और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर काम किया है. टाटा समूह ने जनवरी, 2022 में घाटे में चल रही एयर इंडिया का सरकार से अधिग्रहण किया था.