गुवाहाटी: असम के गुवाहाटी में पुलिस ने एक लड़की के साथ गैंग रेप के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि अपराधियों ने घटना को कैमरे में रिकॉर्ड कर उसे वायरल भी किया. पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही लोगों से वीडियो को आगे शेयर न करने को कहा.
गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दिगंत बोरा ने कहा कि शहर के गरचुक पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी को एक पत्रकार से शहर के बोरागांव इलाके के निवासियों के बीच घूम रहे एक वीडियो के बारे में जानकारी मिली थी. इस वीडियो में कथित तौर पर कुछ युवकों और एक महिला के साथ गैंग रेप की घटना को दिखाया गया है.
इस सूचना के आधार पर पुलिस ने वीडियो का विश्लेषण किया और वीडियो के आधार पर शुक्रवार तड़के शहर के विभिन्न हिस्सों से सात युवकों को हिरासत में लिया.बोरा ने बताया कि वीडियो में जिन सात युवकों की पहचान की गई है और उन्हें गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए लोगों में कुलदीप नाथ, बिजॉय राभा , पिंकू दास , गगन दास , सौरव बोरा ,मृणाल राभा और दीपांकर मुखिया शामिल हैं.
सात आरोपी गिरफ्तार
वहीं, पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) पद्मनाभ बरुआ ने बताया कि वीडियो का विश्लेषण करने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और वीडियो में दिख रहे युवकों को सामूहिक बलात्कार में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कहा, "हमारी टीम ने शुक्रवार को सुबह 3.30 से 5 बजे के बीच अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की और सातों को गिरफ्तार किया."
घटना में 9 लोग थे शामिल
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पुष्टि हुई है कि ये सातों उस स्थान पर मौजूद थे, जहां सामूहिक बलात्कार हुआ था और यह घटना 17 नवंबर, 2024 को हुई थी. डीसीपी ने शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "सात लोग एक पहाड़ी पर स्थित दुर्गा मंदिर गए थे और उनमें से एक पीड़िता को वहां लाया. बाद में उन्होंने लड़की के साथ बलात्कार किया और उनमें से एक ने वीडियो बनाया.घटना में कुल नौ युवक शामिल थे, जबकि हमने अब तक सात को गिरफ्तार किया है.अन्य दो की तलाश जारी है जो अभी भी फरार हैं."
पीड़िता की नहीं हो सकी पहचान
गौरतलब है कि पुलिस अभी तक पीड़िता की पहचान सुनिश्चित नहीं कर पाई है. डीसीपी ने कहा, "हालांकि, हमें सामूहिक बलात्कार के पर्याप्त सबूत मिले हैं और पीड़िता की पहचान सुनिश्चित होने के बाद हम मामला दर्ज करेंगे." उन्होंने कहा कि पुलिस उपाधीक्षक साक्ष्य के आधार पर स्वत: संज्ञान लेकर मामला दर्ज करने पर भी विचार कर रही है.