अलवर. अलवर के दो निजी अस्पतालों में शुक्रवार को सीबीआई की टीम ने छापेमारी की. सुबह 9 बजे के करीब दिल्ली से आई सीबीआई की टीम ने शहर के दोनों अस्पतालों में रेड की कार्रवाई. इस दौरान टीम ने आईवीएफ सेंटर की जांच की. दरअसल, टेस्ट ट्यूब तकनीक से महिलाओं के प्रसव का सौदा करने का मामला सामने आया था. साथ ही खुलासा हुआ था कि दिल्ली में बच्चों का सौदा किया जा रहा था. इसी मामले की जांच के लिए सीबीआई की टीम अलवर पहुंची. वहीं, नोएडा और दिल्ली के बाद अब अलवर में सीबीआई की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. कार्रवाई के दौरान सीबीआई टीम में पांच सदस्य शामिल रहे.
इसके अलावा कई अन्य जगहों पर भी सीबीआई टीम के पहुंचने की सूचना है. तीन अलग-अलग टीम अलवर के विभिन्न अस्पतालों में जांच कर रही है. कंप्यूटर्स के अलावा कई दस्तावेज भी चेक किए जा रहे हैं. सीबीआई की टीम ने अस्पतालों के मुख्य द्वार पर लोगों की एंट्री बंद कर दी है. साथ ही जांच पूरी होने के बाद पूरे मामले का खुलासा किया होने की बात कही जा रही है.
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बच्चों के लेनदेन से जुड़ा है मामला : सीबीआई की टीम अस्पताल संचालकों से पूरे मामले की जानकारी ले रही है. फिलहाल सामने आया है कि ये पूरा मामला दिल्ली में बच्चों के सौदे से जुड़ा है. सूत्रों की मानें तो यहां बेबी इंडो केंद्र में डिलीवरी कर आईवीएफ के माध्यम से बड़ा लेनदेन होता था.
कोख का सौदा होने का आरोप : अलवर में तीन माह पहले झारखंड की एक महिला ने कोतवाली थाने में आईवीएफ सेंटर के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. महिला ने आरोप लगाया था कि उसे गूगल से पता चला कि सेंटर में महिलाओं की कोख किराए पर देने का सौदा होता है. उसके बाद उसने अस्पताल संचालक से कॉन्ट्रैक्ट किया तो तीन लाख रुपए में सौदा तय हुआ. वहीं, महिला ने आरोप लगाया था कि 3 लाख रुपए देने के बाद भी वो गर्भवती नहीं हुई और इलाज के नाम पर उसके शरीर से अंडे निकाल लिए गए थे.
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पीड़ित महिला ने सेंटर संचालक पर आरोप लगाया कि जब उसने पैसे मांगे तो उसे कहा गया कि दूसरी लड़की लेकर आइए, जब वो बच्चे को जन्म देगी तब उसे पैसे मिलेंगे. इधर, केस सीबीआई के हाथों में आने के बाद अब अन्य कई मामलों के खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है. इस पूरे मामले में कौन-कौन सी बड़ी मछलियां सीबीआई के हाथ लगेगी, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.