बेंगलुरु: बेंगलुरु की सुब्रमण्यपुर पुलिस ने अपने ऑटिस्टिक बच्चे की गला दबाकर हत्या करने की आरोपी मां को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा अपनी साढ़े तीन साल की बच्ची प्रीतिका की हत्या के आरोप में गिरफ्तार आरोपी महिला का नाम राम्या (35) है.
सुब्रमण्यपुर के मंजूनाथ नगर में रहने वाली राम्या एक गृहिणी है. उसका पति वेंकटेश नॉर्वे में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. राम्या के ससुर और सास वजारहल्ली में रहते हैं. 11 साल पहले शादी के बंधन में बंधे राम्या दंपत्ति के घर जुड़वां बच्चियां पैदा हुईं. इन 3 साल और 10 महीनों में प्रीतिका मानसिक बीमारी से पीड़ित रही. दूसरा बच्चा स्वस्थ है, लेकिन बीमारी के कारण प्रीतिका को स्कूल नहीं भेजा गया.
बच्ची की बीमारी से आहत होकर राम्या ने बच्ची की गला घोंटकर हत्या कर दी. बाद में वह अस्पताल आई और बच्चे को दिखाया. अस्पताल के डॉक्टर द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने राम्या को गिरफ्तार कर लिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए KIMS अस्पताल भेज दिया गया. नॉर्वे में मौजूद पति को सूचना दे दी गई है. पुलिस ने कहा कि वह जांच कर रही है.
सिटी साउथ डिवीजन के डीसीपी लोकेश भरमप्पा ने कहा, 'सुब्रमण्यपुर पुलिस स्टेशन में गुरुवार को साढ़े तीन साल के बच्चे की हत्या का मामला सामने आया. जांच के दौरान पता चला कि मां ने ही बच्चे की गला दबाकर हत्या की है. बच्ची का विकास उसकी उम्र के अनुसार नहीं हो रहा था, इसलिए बच्चे के भविष्य की चिंता में मां ने बच्चे की हत्या कर दी. हमने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की है.'
क्या है ऑटिस्टिक : बच्ची की बीमारी की बात की जाए तो उसे न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर था. इसमें बच्चे की ग्रोथ पर असर पड़ता है. आमतौर पर सामान्य बच्चे जितना स्वस्थ बच्चे होते हैं, इस बीमारी से पीड़ित बच्चा कम बोलने वाला, या शारीरिक और मानसिक रूप से दुर्बल होता है. उसकी एक्टिविटी कम होती है. बीमारी से पीड़ित बच्चे कई चीजें आसानी से समझ नहीं पाते हैं.