नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव खत्म होने में अब ज्यादा वक्त नहीं है. मात्र दो चरणों के चुनाव शेष हैं. लेकिन कयासों का दौर थमा नहीं है. एक बार फिर से चुनाव विश्लेषक योगेंद्र यादव ने दावा किया है कि भाजपा को बहुमत नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि मेरे पास 35 साल का अनुभव है और इसके आधार पर कह सकता हूं कि भाजपा की लगभग 50 सीटें कम होंगी.
आपको बता दें कि योगेंद्र यादव के दावे के विपरीत प्रशांत किशोर ने एक मीडिया चैनल को दिए गए साक्षात्कार में कहा है कि भाजपा को बहुमत प्राप्त हो सकता है. प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि 2019 में भाजपा को जितनी सीटें आई थीं, इस बार भी भाजपा को उतनी या उससे थोड़ी अधिक सीटें आएंगी.
प्रशांत किशोर के दावे के बारे में जब योगेंद्र यादव से पूछा गया, तो उन्होंने मीडिया को कहा कि मैं अपने दावे पर कायम हूं. योगेंद्र यादव ने कहा कि मैं अलग-अलग लोगों से बात कर रहा हूं, अलग-अलग जगहों पर घूम रहा हूं और लोगों का मूड भांप रहा हूं, उनसे जो फीड मिला है, और फिर मेरा जो अपना अनुभव है, उसको बेस बनाकर कह सकता हूं कि भाजपा 2024 का चुनाव हार रही है और वह बहुमत से दूर रहेगी.
पीके ने यह भी कहा है कि यूपी में भाजपा को कोई नुकसान नहीं पहुंच रहा है. जबकि योगेंद्र यादव ने कहा है कि भाजपा यूपी में अच्छी खासी सीटें गंवाने जा रही है. इसी तरह से योगेंद्र यादव का यह भी आकलन है कि बिहार और महाराष्ट्र में भाजपा को बड़ा झटका लगने जा रहा है. उनके अनुसार बिहार में इंडिया ब्लॉक को एडवांटेज है.
दरअसल, पीएम मोदी ने चुनाव से पहले लोकसभा में अबकी बार 400 पार का नारा दिया था. उन्होंने कहा था कि भाजपा इस बार 370 सीटें जीतेगी, जबकि एनडीए 400 से अधिक सीटें जीतेगा. तभी से राजनीतिक विश्लेषकों के बीच यह बहस का विषय बन गया है.
प्रशांत किशोर ने एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि पीएम मोदी ने जानबूझकर यह नैरेटिव सेट किया, ताकि पूरा विपक्ष इसके पीछे घूमता रहे. किशोर के अनुसार पूरा विपक्ष इस बात के पीछे चर्चा करता रहा कि भाजपा को 400 सीटें नहीं आएगी और पीएम मोदी यही चाहते थे. पीके के अनुसार सरकार बनाने के लिए 272 सीटें ही चाहिए, और इतनी सीटें भाजपा हासिल कर सकती है.
पीके के अनुसार भाजपा को प.बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, केरल और तमिलनाडु में लाभ मिलने जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा उत्तरी और पश्चिमी राज्यों में मजबूत है, तब तक उसे हरा पाना मुश्किल है. वहीं योगेंद्र यादव ऐसा नहीं मानते हैं. उनका कहना है कि दक्षिण के किसी भी राज्य में भाजपा को लाभ नहीं मिलने जा रहा है, जबकि प.बंगाल में मुकाबला कड़ा है.
ये भी पढ़ें : लोकसभा चुनाव छठा चरण: 6 उम्मीदवारों पर हत्या का केस, 338 करोड़पति, नवीन जिंदल सबसे अमीर