पटना : बिहार में दूसरे चरण का चुनाव भी संपन्न हो गया. चुनाव तो शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ लेकिन काम वोटिंग परसेंट का ट्रेंड जारी रहा. सीमांचल अधिक वोटिंग के लिए जाना जाता था. लेकिन वहां भी मतदाताओं में पहले की तरह उत्साह नहीं दिखा. दूसरे चरण में चार प्रतिशत कम वोट डाले गए.
4 फीसदी कम वोटों ने बढ़ाई टेंशन : दूसरे चरण में पांच लोकसभा सीटों के लिए मतदान संपन्न हुए. पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, भागलपुर और बांका में वोट डाले गए. बिहार के पांच जिले में 6 बजे तक मतदान 58.58 प्रतिशत हुआ. मतदान प्रतिशत की अगर बात कर ले तो पूर्णिया में 59.94%, कटिहार में 64. 6% किशनगंज में 64%, भागलपुर में 51%, बांका में 54% मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया.
2019 का आंकड़ा : आपको बता दें कि साल 2019 में कटिहार में 67.64%, किशनगंज में 66.38 %, पूर्णिया में 65.37%, भागलपुर में 57.2%, बांका में 58.6% मतदान हुए थे. फिर घटी वोटिंग पूर्णिया में 2019 के 65.37 % के मुकाबले इस बार 59.94% हुई वोटिंग. 2019 के लोकसभा चुनाव में कटिहार में सर्वाधिक 67.64% हुआ था. जबकि 2024 में 64.6 फीसद हुआ.
5 सीटों पर ताजा हाल : किशनगंज में 66.38 से घटकर 64 परसेंट हुआ. भागलपुर में 57.2 फीसदी से गिर कर 51 फीसद मतदान हुआ. बांका में भी 58 परसेंट के मुकाबले 54% कर रहा. मतदान के प्रतिशत में 4% की कमी आने से प्रत्याशी और समर्थक डरे हुए हैं. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एन श्रीनिवासन ने कहा कि इस बार वोट प्रतिशत में थोड़ी कमी आई है, लेकिन हम लोग अपना प्रयास जारी रखेंगे.
11 मतदान केंद्रों पर वोट बहिष्कार : 11 मतदान केद्रों पर वोट का बहिष्कार हुआ. जबकि शांतिपूर्ण तरीके से पांचों लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग हुई. किशनगंज में 8, भागलपुर में दो और बांका में एक मतदान केंद्र पर बहिष्कार हुए.
248 केंद्रों पर 4 बजे तक मतदान : एडीजी मुख्यालय जीएस गंगवार ने कहा कि बांका जिले में 248 मतदान केद्रों पर 4:00 बजे तक मतदान हुआ. जो भी व्यक्ति 6:00 बजे तक कतार में लग गए थे उन्हें वोट देने का मौका मिला. 30 नाव आर 20 अश्वरोही दल की व्यवस्था की गई थी. अलग-अलग इलाकों में प्रशासन की ओर से 300000 और 34000 लीटर शराब बरामद किए गए. चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण संपन्न हुआ.
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