नई दिल्ली: आज के ही दिन 1971 में भारतीय सेना के शौर्य के आगे पाकिस्तानी सेना ने आत्मसर्पण किया था जिससे बांग्लादेश स्वतंत्र हुआ. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह व अन्य गणमान्यों ने इस युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को विजय दिवस पर सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'विजय दिवस पर मैं हमारे बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं जिन्होंने 1971 के युद्ध के दौरान अदम्य साहस का प्रदर्शन किया और भारत के लिए जीत हासिल की. एक कृतज्ञ राष्ट्र हमारे बहादुर दिलों के अंतिम बलिदान को याद करता है जिनकी कहानियां हर भारतीय को प्रेरित करती है और राष्ट्रीय गौरव का स्रोत बनी रहेंगी.'
President Droupadi Murmu tweets, " on vijay diwas, i pay homage to our valiant soldiers who displayed indomitable courage during the 1971 war, securing victory for india..." pic.twitter.com/spnpZ5HSqF
— ANI (@ANI) December 16, 2024
1971 के मुक्ति संग्राम के लिए विजय दिवस 16 दिसंबर को पूरे देश में मनाया जाता है. ये 13 दिन तक चले युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जीत की याद में मनाया जाता है. पाकिस्तान द्वारा ढाका में आत्मसमर्पण के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के बाद बांग्लादेश आजाद हुआ. पहले इसे पूर्वी पाकिस्तान के रूप में जाना ताजा था.
On Vijay Diwas, we pay homage to the martyrs of the 1971 war and honour the unmatched gallantry of our armed forces.
— Vice-President of India (@VPIndia) December 16, 2024
Their heroic valour and selfless sacrifices, which led to a historic triumph, continue to inspire every Indian. We remain forever indebted to their service to…
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक्स पर लिखा, 'विजय दिवस पर हम 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं और हमारे सशस्त्र बलों की अद्वितीय वीरता का सम्मान करते हैं.' उनकी वीरता और निस्वार्थ बलिदान, जिसके कारण ऐतिहासिक विजय प्राप्त हुई, हर भारतीय को प्रेरित करती रहेगी. हम राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए सदैव ऋणी रहेंगे.'
Today, on Vijay Diwas, we honour the courage and sacrifices of the brave soldiers who contributed to India’s historic victory in 1971. Their selfless dedication and unwavering resolve safeguarded our nation and brought glory to us. This day is a tribute to their extraordinary…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2024
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज विजय दिवस के अवसर पर वीर सैनिकों को बधाई दी. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, 'आज विजय दिवस पर हम उन वीर सैनिकों के साहस और बलिदान का सम्मान करते हैं जिन्होंने 1971 में भारत की ऐतिहासिक जीत में योगदान दिया. उनके निस्वार्थ समर्पण और अटूट संकल्प ने हमारे राष्ट्र की रक्षा की और हमें गौरव दिलाया. यह दिन उनकी असाधारण वीरता और उनकी अडिग भावना को श्रद्धांजलि है. उनका बलिदान हमेशा पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और हमारे देश के इतिहास में गहराई से समाया रहेगा.'
Paid tributes to India’s bravehearts on Vijay Diwas at the War Memorial. pic.twitter.com/PUYnrpwdk7
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 16, 2024
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजय दिवस पर युद्ध स्मारक पर भारत के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की. गृह मंत्री अमित शाह ने भी श्रद्राजलि दी. विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी शहीद हुए वीरों को नमन किया. उन्होंने एक्स पर लिखा,'विजय दिवस के गौरवशाली अवसर पर हमारे सशस्त्र बलों के शौर्य, समर्पण और संकल्प को नमन करता हूं. भारत की संप्रभुता की रक्षा करते हुए बांग्लादेश को अन्याय से मुक्त करवाने वाले, 1971 के युद्ध के सभी वीरों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को देश सदा याद रखेगा.'
सभी को ‘विजय दिवस’ की शुभकामनाएँ।
— Amit Shah (@AmitShah) December 16, 2024
‘विजय दिवस’ सेना के वीर जवानों के साहस, अटूट समर्पण और पराक्रम की पराकाष्ठा का प्रतीक है। 1971 में आज ही के दिन सेना के वीर जवानों ने न केवल दुश्मनों के हौसले पस्त कर तिरंगे को शान से लहराया, बल्कि मानवीय मूल्यों की रक्षा करते हुए विश्व मानचित्र… pic.twitter.com/UupvsMtbSO
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को आर्मी हाउस में सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी द्वारा आयोजित 'एट-होम' रिसेप्शन में भाग लिया. इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान भी उपस्थित थे.
विजय दिवस के गौरवशाली अवसर पर हमारे सशस्त्र बलों के शौर्य, समर्पण और संकल्प को नमन करता हूं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2024
भारत की संप्रभुता की रक्षा करते हुए बांग्लादेश को अन्याय से मुक्त करवाने वाले, 1971 के युद्ध के सभी वीरों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को देश सदा याद रखेगा। pic.twitter.com/9HfibRf3e8
रिपोर्टों के अनुसार 1971 के युद्ध के दौरान 3,900 भारतीय सैनिक मारे गए और 9,851 घायल हुए. इस बीच भारत और बांग्लादेश आज संयुक्त रूप से 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के विजय दिवस की 53वीं वर्षगांठ मनाएंगे, जिसमें युद्ध के दिग्गजों और सेवारत अधिकारियों का वार्षिक आदान-प्रदान होगा.