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उत्तराखंड एसटीएफ के हत्थे चढ़ा इनामी नकल माफिया, WII की MTS परीक्षा में किया था खेल - Uttarakhand STF arrested accused

उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को बड़ी कामयाबी मिली है. उत्तराखंड एसटीएफ ने हरियाणा से इनामी नकल माफिया को गिरफ्तार किया है, जिस पर उत्तराखंड एसटीएफ ने 15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. आरोप है कि इस गिरोह में देहरादून में आयोजित हुई WII की MTS परीक्षा धाधली की थी.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 11, 2024, 5:04 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और हरियाणा की रोहतक एसटीएफ की संयुक्त टीम ने देहरादून में भर्ती परीक्षाओं में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में संयुक्त टीम ने गिरोह के एक सदस्य को हरियाणा के कैथल जिले के गिरफ्तार किया है. हालांकि इस गिरोह के दो सदस्य पहले ही जेल जा चुके है. उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने मामले का खुलासा किया.

उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीते साल 2023 में 17 सितंबर को देहरादून की कोतवाली पटेल नगर में भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून के अधिकारी डॉक्टर सुरेश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी.

उन्होंने अपनी शिकायत में बताया था कि भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून की मल्टी टास्किंग स्टाफ (एसटीएस) की परीक्षा पटेलनगर के राजाराम मोहन राय पब्लिक स्कूल में आयोजित की गई थी. परीक्षा दो पारी में थी. दूसरी पारी में दो अभ्यर्थियों की गतिविधि संदिग्ध लगी, जिसके बाद उनकी चेकिंग की गई तो उनके काम में छोटा इयर फोन और छाती पर कमीज के नीचे कैमरा युक्त इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली.

इसके अलावा मेज के नीचे भी एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस छिपाई गई थी, जिस सिम लगा हुआ था. जिसके बाद कोतवाली पटेल नगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया गया और मौके से दो अभ्यर्थियों नवराज और प्रदीप निवासी जींद हरियाणा को गिरफ्तार कर जेल भेजा.

मामले को गंभीरता से लेते हुए और इस कांड में संगठित गिरोह के शामिल होने की आशंका को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने मामले की जांच उत्तराखंड एसटीएफ को दी थी. उत्तराखंड एसटीएफ की जांच आगे बढ़ी तो सामने आया कि दूसरा अभ्यर्थी प्रदीप किसी अन्य अभ्यर्थी मोहित मौर्य के लिए परीक्षा दे रहा था. जांच में दो अन्य लोगों सोनू निवासी कैथल और पवन निवासी जींद हरियाणा का नाम भी सामने आया.

आरोपियों की गिरफ्तार के लिए उत्तराखंड एसटीएफ की टीम हरियाणा पहुंचीं और आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपी पुलिस के आने से पहले ही वहां से फरार हो गए. उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किए. साथ ही आरोपियों पर 15 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया. तभी से उत्तराखंड एसटीएफ आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी हुई थी.

एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि इनामी अपराधी सोनू के बारे में उनकी टीम को कुछ सूचना मिली थी. इसके बाद टीम को कैथल हरियाणा भेजा गया, जहां एसएसपी एसटीएफ ने रोहतक एसटीएफ के साथ मिलकर सोनू को गिरप्तार किया.

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देहरादून: उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और हरियाणा की रोहतक एसटीएफ की संयुक्त टीम ने देहरादून में भर्ती परीक्षाओं में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में संयुक्त टीम ने गिरोह के एक सदस्य को हरियाणा के कैथल जिले के गिरफ्तार किया है. हालांकि इस गिरोह के दो सदस्य पहले ही जेल जा चुके है. उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने मामले का खुलासा किया.

उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीते साल 2023 में 17 सितंबर को देहरादून की कोतवाली पटेल नगर में भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून के अधिकारी डॉक्टर सुरेश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी.

उन्होंने अपनी शिकायत में बताया था कि भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून की मल्टी टास्किंग स्टाफ (एसटीएस) की परीक्षा पटेलनगर के राजाराम मोहन राय पब्लिक स्कूल में आयोजित की गई थी. परीक्षा दो पारी में थी. दूसरी पारी में दो अभ्यर्थियों की गतिविधि संदिग्ध लगी, जिसके बाद उनकी चेकिंग की गई तो उनके काम में छोटा इयर फोन और छाती पर कमीज के नीचे कैमरा युक्त इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली.

इसके अलावा मेज के नीचे भी एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस छिपाई गई थी, जिस सिम लगा हुआ था. जिसके बाद कोतवाली पटेल नगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया गया और मौके से दो अभ्यर्थियों नवराज और प्रदीप निवासी जींद हरियाणा को गिरफ्तार कर जेल भेजा.

मामले को गंभीरता से लेते हुए और इस कांड में संगठित गिरोह के शामिल होने की आशंका को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने मामले की जांच उत्तराखंड एसटीएफ को दी थी. उत्तराखंड एसटीएफ की जांच आगे बढ़ी तो सामने आया कि दूसरा अभ्यर्थी प्रदीप किसी अन्य अभ्यर्थी मोहित मौर्य के लिए परीक्षा दे रहा था. जांच में दो अन्य लोगों सोनू निवासी कैथल और पवन निवासी जींद हरियाणा का नाम भी सामने आया.

आरोपियों की गिरफ्तार के लिए उत्तराखंड एसटीएफ की टीम हरियाणा पहुंचीं और आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपी पुलिस के आने से पहले ही वहां से फरार हो गए. उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किए. साथ ही आरोपियों पर 15 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया. तभी से उत्तराखंड एसटीएफ आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी हुई थी.

एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि इनामी अपराधी सोनू के बारे में उनकी टीम को कुछ सूचना मिली थी. इसके बाद टीम को कैथल हरियाणा भेजा गया, जहां एसएसपी एसटीएफ ने रोहतक एसटीएफ के साथ मिलकर सोनू को गिरप्तार किया.

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