देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. सरकार को भी चारधाम यात्रा में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का अंदाजा था, जिसे देखते हुए सरकार ने सभी राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र लिखा था. इस पत्र में 31 मई तक किसी भी वीआईपी मूवमेंट, दर्शन से बचने का आग्रह किया गया था. इसका असर अभी तक चारधाम यात्रा में देखने को मिला है. अभी तक चारधाम यात्रा में कोई भी बड़ा वीआईपी दर्शन के लिए नहीं पहुंचा है. अब सरकार ने इस तारीख को बढ़ाकर 10 जून कर दिया है.
सभी राज्यों को लिखा गया पत्र: उत्तराखंड मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर वीआईपी दर्शन पर 10 जून तक पूरी तरह से रोक लगा दी है. आज जारी हुए आदेश में कहा गया है कि अभी चारधाम यात्रा में अत्यधिक श्रद्धालु आ रहे हैं, ऐसे में सड़क मार्ग पर जाम की स्थिति पैदा ना हो, मंदिरों में श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो. इसके लिए अभी 10 जून तक कोई भी वीआईपी चार धाम यात्रा पर ना आएं. चारधाम यात्रा में भीड़ का आलम यह है कि राज्य सरकार ने 31 तारीख तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर रखा है. जिस पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. सरकार का कहना है कि श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ही आगे कोई फैसला लिया जाएगा.
चुनाव प्रचार थमने, रिजल्ट के बाद लग सकता वीवीआईपी का जमावड़ा: उत्तराखंड के चारधामों में केदारनाथ और बदरीनाथ में हर साल श्रद्धालुओं के साथ वीवीआईपी भी पहुंचते हैं. साल 2023 में भी अन्य कई राज्यों में राजनेता, अभिनेता और क्रिकेट के सितारे यहां पहुंचे थे. ऐसे में शासन को लगता है कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद बड़ी संख्या में वीवीआईपी इन धामों का रुख कर सकते हैं. जिससे व्यवस्थाएं गड़बड़ा सकती हैं. जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने 10 जून तक वीवीआईपी दर्शनों पर रोक लगा दी है.