पटना: परीक्षा चाहे कोई भी हो बिहार के युवाओं का दबदबा कायम रहता है. संघ लोक सेवा आयोग के सिविल सेवा परीक्षा 2023 में भले ही पहला स्थान किसी बिहारी युवा को नहीं मिला, लेकिन बिहार के होनहार छात्रों का दबदबा इस बार भी कायम है. औरंगाबाद के विरूपाक्ष विक्रम सिंह ने 49 वीं रैंक हासिल की है तो वहीं बांका के अपूर्व आनंद को 163 वां रैंक मिला है.
औरंगाबाद के विरूपाक्ष को 49 वीं रैंक: विरूपाक्ष विक्रम सिंह औरंगाबाद के निवासी हैं और सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर विनीत विनायक के बेटे हैं. विनीत विनायक का नाम बिहार के तेज तर्रार अफसरों में शुमार है. उनका पैतृक गांव जम्होर में है. पूरा परिवार बीते दशक से दिल्ली में रहता है. पिता की तरह बेटे विरूपाक्ष विक्रम सिंह ने भी अपना लोहा मनवाया है और यूपीएससी के सीएसई में 49वां रैंक लाकर पूरे परिवार के साथ ही प्रदेश का नाम भी रोशन किया है.
बांका के अपूर्व को 163 वीं रैंक: वहीं हजियापुर वार्ड नंबर 9 निवासी शंभू दुबे के बेटा अनिकेत द्विवेदी ने यूपीएससी परीक्षा क्रैक कर सफलता पाई है. अनिकेत ने 226वीं रैंक हासिल की है. बेटे की सफलता से पूरे परिवार में खुशी का माहौल छाया हुआ है. वहीं बांका के अमरपुर प्रखंड के भीखनपुर निवासी अपूर्व आनंद ने भी यूपीएससी क्रैक कर लिया है. अपूर्व आनंद को 163 वीं रैंक हासिल हुई है.
शहंशाह को 762 वां रैंक: पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज के शहंशाह सिद्दिकी ने भी यूपीएससी क्रैक करने में सफलता पाई है. उन्होंने यूपीएससी सीएसई 2023 में 762 वां रैंक हासिल कर पूरे जिले का नाम रोशन किया है.शहंशाह की सफलता से पूरा शहर फूले नहीं समा रहा है.
समस्तीपुर से शिवम को 19वां रैंक: वहीं समस्तीपुर के बिथान निवासी शिवम कुमार टिबरेवाल ने UPSC में 19वां रैंक हासिल किया है. टिबरेवाल के पिता दवा दुकानदार हैं. शिवम फिलहाल नागपुर में इनकम टैक्स में पदाधिकारी हैं.
सारण के लाल ने भी किया कमाल: सारण के अजय यादव को भी यूपीएससी में सफलता प्राप्त हुई है. अजय यादव ने यूपीएससी क्रैक करते हुए पूरे देश में 290वां स्थान हासिल किया है. अजय यादव छपरा जिले के मढौरा प्रखंड के सिहोरिया गांव निवासी कामेश्वर यादव और चांदमुनि देवी के बेटे हैं.
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