राजकोट: भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने देशी रियासतों के पूर्व शासकों पर की गई अपनी आलोचनात्मक टिप्पणी के लिए माफी मांगी. राजकोट लोकसभा सीट के उम्मीदवार रूपाला की राजा राजवाड़े के खिलाफ टिप्पणी के बाद क्षत्रिय समुदाय में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. मामले को शांत करने के लिए गोंडल के शेमला गांव में जयराज सिंह जाडेजा की अध्यक्षता में क्षत्रिय समाज की एक विशेष बैठक बुलाई गई. जिसमे पुरुषोत्तम रूपाला ने हाथ जोड़कर क्षत्रिय समाज से माफी मांगी.
रूपाला ने कहा कि मेरे निवेदन कि वजह से पार्टी तो दुख पहुंचा है. जिनका उनको बेहद अफसोस है. उन्होंने कहा कि पूरे जीवन में मेंने कभी अपने बयान को वापस नहीं लिया, लेकिन आज मैं पार्टी के लिए अपना बयन वापस लेता हूं. उन्होंने कहा कि मैं अपने विवादित ब्यान के लिए पूरे समाज से माफी मांगता हूं. हालांकि रूपाला की माफी के बावजूद विरोध जारी है. करणी सेना ने उम्मीदवार बदलने की मांग को दोहराया है. करनी सेना के प्रमुख राज शेखावत ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है और उम्मीदवार का टिकट रद्द करने की मांग की है.
गोंडल के पूर्व विधायक जयराज सिंह जाडेजा ने कहा कि पुरुषोत्तम रूपाला ने एक नहीं बल्कि दो बार माफी मांगी. मुझे लगता है कि यह मामला यहीं खत्म हो जाता है. क्षत्रिय समाज ने माताजी की साक्षी में दो हाथ उठाकर रूपाला साहब को अपना समर्थन देने की घोषणा की है. अब नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है.
इसी क्रम में करणी सेना महिला मोर्चा की अध्यक्ष पद्मिनीबा वाला ने कहा कि मामला यहीं ख़त्म नहीं होता. बहनों को गिरफ्तार किया गया है, तो रूपालाभाई को क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया? आज रूपालाभाई के खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज की गई हैं. मैं मोदी जी से भी पूछना चाहती हूं कि राजनीति में रहने वाला कोई भी व्यक्ति कोई भी अपराध कर सकता है. उन्हें अनुमति है. मेरे क्षत्रिय समाज की बहनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह हमें शोभा नहीं देता. शर्म आनी चाहिए क्षत्रिय समाज के उन भाइयों को जिन्होंने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया.
क्यों उठा विवाद:
कुछ दिन पहले राजकोट लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार पुरुषोत्तम रूपाला ने वाल्मिकी समाज के कार्यक्रम में सार्वजनिक बयान दिया था, जिससे क्षत्रिय समुदाय और राजपरिवार की भावनाएं आहत हुईं. तो पूर्व शिक्षा मंत्री और क्षत्रिय समाज के नेता भूपेन्द्रसिंह चुडासमा, मौजूदा राज्यसभा सांसद केसरीदेवसिंह के अलावा राजघराने से कांग्रेस के महेश राजपूत ने नाराजगी जताई. जिसके बाद रूपाला ने एक वीडियो जारी कर क्षत्रिय समाज से माफी मांगी थी. लेकिन क्षत्रिय समाज ने ये माफी को नकार दिया और सार्वजनिक तौर पर माफी की मांग की. साथ ही भाजपा से रूपाला को निलंबित करने और उम्मीदवार बदलने की अपील की गई, वहीं कई जगह विरोध प्रदर्शन भी हुए.
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