जयपुर : राहुल गांधी को लेकर राज्यसभा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ है. इस बीच सोमवार को जयपुर के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को लेकर अपने बयान पर कायम रहने की बात कही. सिखों की पगड़ी को लेकर दिए गए राहुल गांधी के बयान पर उन्होंने कहा कि उनकी बात पंजाब के सिखों की है, न कि किसी पार्टी की. हालांकि, जयपुर आने पर बिट्टू को कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध का भी सामना करना पड़ा.
दरअसल, सोमवार को केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू जयपुर पहुंचे. यहां एयरपोर्ट पर बिट्टू मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए. इस दौरान राहुल गांधी को लेकर बिट्टू की ओर से पहले दिए गए बयान पर गए उन्होंने अब भी कायम रहने की बात कही. साथ ही सिख समाज को लेकर राहुल गांधी की ओर से दिए गए बयान पर बिट्टू ने कहा कि राहुल गांधी का मंसूबा क्या है, वो तो उन्हीं से पूछना चाहिए.
आगे राहुल गांधी पर दिए अपने बयान को लेकर बिट्टू ने कहा कि इसमें भाजपा और कांग्रेस की कोई बात नहीं है. केवल पंजाब के सिक्खों की बात है. राहुल गांधी खुद गुरुद्वारे जाते हैं. गुरुद्वारा जाने से किसी को कोई नहीं रोकता है. कोई भी बता दे कि सिक्खों को कड़ा और पगड़ी पहनने से किसने रोका है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी को खुद राहुल गांधी का विरोध करना चाहिए.
वहीं, केंद्रीय रेल राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू जयपुर में 57वीं अंतर रेलवे निशानेबाजी प्रतियोगिता का शुभारंभ करने पहुंचे थे. बिट्टू एयरपोर्ट से सीधे शूटिंग रेंज जगतपुरा के लिए रवाना हो गए. इस दौरान रास्ते में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिट्टू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के विरुद्ध की गई टिप्पणी के विरोध में काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन कर गिरफ्तारियां दी. इस मामले में पुलिस ने कांग्रेस के करीब 14 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. केंद्रीय मंत्री ने जगतपुरा शूटिंग रेंज पहुंचकर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया.
बता दें कि केंद्रीय रेल राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को देश का सबसे बड़ा आतंकवादी बताया था. बिट्टू ने कहा था कि देश में अगर सबसे बड़ा आतंकवादी है तो वो राहुल गांधी हैं. उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं. उनका ज्यादातर समय भारत से बाहर ही बीता है. सबसे पहले राहुल गांधी पर कार्रवाई करनी चाहिए. इनका नाम आतंकवादी लिस्ट में पहले नंबर पर होना चाहिए.