ETV Bharat / bharat

असम: उल्फा-आई का दावा, 19 जगहों पर लगाए बम, संयोग से नहीं हुए विस्फोट - ULFA I planned bombs

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 15, 2024, 2:12 PM IST

Assam ULFA-I planned bombs in 19 different places: पूर्वोत्तर में सक्रिय प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन उल्फा-आई ने चौंकाने वाले दावे किए हैं. इस दावे के अनुसार उग्रवादियों ने असम में 19 जगहों पर बम लगाए गए लेकिन ये बम विस्फोट नहीं हुए.

ULFA-I planned bombs in 19 different places
असम में 19 जगहों पर बम लगाने का दावा (ETV Bhara ASSAM Desk)

गुवाहाटी: देश आज अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस बीच प्रतिबंधित उग्रवादी समूह यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट उल्फा आई ने एक चौंकाने वाला बयान जारी किया. उग्रवादी संगठन की ओर से जारी बयान में दावा किया गया कि पूरे असम में 19 जगहों पर बम लगाए थे, लेकिन तकनीकी त्रुटि के कारण बम विस्फोट नहीं हुए.

उल्फा-आई ने गुरुवार को एक बयान जारी कर खुलासा किया कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपना विरोध जताने के लिए असम के विभिन्न 19 स्थानों पर बम लगाए थे. हालांकि 'तकनीकी त्रुटि' के कारण इन्हें विस्फोटित नहीं किया जा सका. म्यांमार स्थित उग्रवादी संगठन ने इस बारे में एक बयान जारी करते हुए उन जगहों के नाम भी जारी किए हैं, जहां बम रखे गए थे. साथ ही स्थानीय लोगों से उन्हें निष्क्रिय करने के लिए कहा है. बयान में दावा किया गया है कि इनमें से आठ बम अकेले गुवाहाटी में लगाए गए थे.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ दिनों पहले ही असम के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर सक्रिय उल्फा-आई द्वारा स्वतंत्रता दिवस से पहले क्षेत्र में हमला करने की योजना की आशंका जताई थी. ऊपरी असम क्षेत्र उल्फा-आई का गढ़ माना जाता है. पुलिस अधिकारी ने खुफिया इनपुट का हवाला देते हुए इसकी आशंका जताई थी. इस इनपुट के मद्देनजर प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. राज्य पुलिस, सेना और अन्य अर्धसैनिक बल उल्फा-आई कैडरों को बेअसर करने के लिए तत्पर है. राज्य और केंद्र सरकार दोनों प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन द्वारा किसी भी संभावित हमले को विफल करने के लिए प्रयासरत है.

डीजीपी ने उचित जांच का आश्वासन दिया

उल्फा-आई के बयान के बाद पुलिस बलों ने प्रतिबंधित संगठन द्वारा अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताए गए स्थानों पर बमों की तलाश में अभियान शुरू कर दिया है. इस संदर्भ में असम के डीजीपी जीपी सिंह ने कहा कि पुलिस ने पूरे असम में तलाशी अभियान चलाया. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि उचित कानूनी जांच शुरू कर दी गई है.

एक्स हैंडल पर डीजीपी जीपी सिंह ने लिखा- "असम पुलिस ने आज पूरे राज्य में विस्फोटक उपकरणों की तलाश में व्यापक तलाशी अभियान चलाया. गुवाहाटी में दो स्थानों पर संदिग्ध वस्तुएं मिलीं, जिन्हें पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने खोला. इन वस्तुओं में इग्निशन डिवाइस नहीं है, क्योंकि कुछ सर्किट और बैटरियां देखी गई हैं. अंदर मौजूद पदार्थ को फोरेंसिक/रासायनिक जांच के लिए भेजा जा रहा है. इसके अलावा लखीमपुर, शिवसागर, नलबाड़ी और नागांव में भी ऐसी ही वस्तुएं देखी गई हैं, जिन्हें सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया गया है. इस संबंध में उचित कानूनी जांच शुरू कर दी गई है."

वहीं गुवाहाटी सिटी पुलिस के कमिश्नर दिगंत बोरा ने कहा कि उल्फा-आई द्वारा मीडिया को भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति में उल्लेख किया गया है कि गुवाहाटी के 8 स्थानों पर प्रतिबंधित संगठन ने बम रखे थे. लेकिन पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में दो बम जैसे पदार्थ बरामद हुए, जिन्हें बम निरोधक दस्ते ने खोल दिया है. हालांकि ये बम हैं या नहीं, यह रासायनिक जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.

ये भी पढ़ें- असम पुलिस की बड़ी सफलता, 20 उग्रवादी युवकों ने किया आत्मसमर्पण, मुख्यधारा में लाने का प्रयास

गुवाहाटी: देश आज अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस बीच प्रतिबंधित उग्रवादी समूह यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट उल्फा आई ने एक चौंकाने वाला बयान जारी किया. उग्रवादी संगठन की ओर से जारी बयान में दावा किया गया कि पूरे असम में 19 जगहों पर बम लगाए थे, लेकिन तकनीकी त्रुटि के कारण बम विस्फोट नहीं हुए.

उल्फा-आई ने गुरुवार को एक बयान जारी कर खुलासा किया कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपना विरोध जताने के लिए असम के विभिन्न 19 स्थानों पर बम लगाए थे. हालांकि 'तकनीकी त्रुटि' के कारण इन्हें विस्फोटित नहीं किया जा सका. म्यांमार स्थित उग्रवादी संगठन ने इस बारे में एक बयान जारी करते हुए उन जगहों के नाम भी जारी किए हैं, जहां बम रखे गए थे. साथ ही स्थानीय लोगों से उन्हें निष्क्रिय करने के लिए कहा है. बयान में दावा किया गया है कि इनमें से आठ बम अकेले गुवाहाटी में लगाए गए थे.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ दिनों पहले ही असम के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर सक्रिय उल्फा-आई द्वारा स्वतंत्रता दिवस से पहले क्षेत्र में हमला करने की योजना की आशंका जताई थी. ऊपरी असम क्षेत्र उल्फा-आई का गढ़ माना जाता है. पुलिस अधिकारी ने खुफिया इनपुट का हवाला देते हुए इसकी आशंका जताई थी. इस इनपुट के मद्देनजर प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. राज्य पुलिस, सेना और अन्य अर्धसैनिक बल उल्फा-आई कैडरों को बेअसर करने के लिए तत्पर है. राज्य और केंद्र सरकार दोनों प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन द्वारा किसी भी संभावित हमले को विफल करने के लिए प्रयासरत है.

डीजीपी ने उचित जांच का आश्वासन दिया

उल्फा-आई के बयान के बाद पुलिस बलों ने प्रतिबंधित संगठन द्वारा अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताए गए स्थानों पर बमों की तलाश में अभियान शुरू कर दिया है. इस संदर्भ में असम के डीजीपी जीपी सिंह ने कहा कि पुलिस ने पूरे असम में तलाशी अभियान चलाया. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि उचित कानूनी जांच शुरू कर दी गई है.

एक्स हैंडल पर डीजीपी जीपी सिंह ने लिखा- "असम पुलिस ने आज पूरे राज्य में विस्फोटक उपकरणों की तलाश में व्यापक तलाशी अभियान चलाया. गुवाहाटी में दो स्थानों पर संदिग्ध वस्तुएं मिलीं, जिन्हें पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने खोला. इन वस्तुओं में इग्निशन डिवाइस नहीं है, क्योंकि कुछ सर्किट और बैटरियां देखी गई हैं. अंदर मौजूद पदार्थ को फोरेंसिक/रासायनिक जांच के लिए भेजा जा रहा है. इसके अलावा लखीमपुर, शिवसागर, नलबाड़ी और नागांव में भी ऐसी ही वस्तुएं देखी गई हैं, जिन्हें सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया गया है. इस संबंध में उचित कानूनी जांच शुरू कर दी गई है."

वहीं गुवाहाटी सिटी पुलिस के कमिश्नर दिगंत बोरा ने कहा कि उल्फा-आई द्वारा मीडिया को भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति में उल्लेख किया गया है कि गुवाहाटी के 8 स्थानों पर प्रतिबंधित संगठन ने बम रखे थे. लेकिन पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में दो बम जैसे पदार्थ बरामद हुए, जिन्हें बम निरोधक दस्ते ने खोल दिया है. हालांकि ये बम हैं या नहीं, यह रासायनिक जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.

ये भी पढ़ें- असम पुलिस की बड़ी सफलता, 20 उग्रवादी युवकों ने किया आत्मसमर्पण, मुख्यधारा में लाने का प्रयास
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.