कोटा : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने लंबे इंतजार के बाद यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट जून 2024 (UGC NET 2024) का परीक्षा परिणाम गुरुवार को घोषित कर दिया. परिणाम के आधार पर कैंडिडेट को देश के विभिन्न महाविद्यालय व विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर, जूनियर रिसर्च फैलोशिप (जेआरएफ) व पीएचडी के लिए पात्र घोषित किया जाता है. जारी किए गए परीक्षा परिणाम के अनुसार महज 4970 अभ्यर्थी जेआरएफ के पात्र घोषित किए गए हैं, जबकि 53694 असिस्टेंट प्रोफेसर और 1.12 लाख कैंडिडेट पीएचडी के लिए पात्र हैं.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि एनटीए के जारी किए गए यूजीसी नेट के आंकड़ों से साफ होता है कि उच्च-शिक्षा में महिला अभ्यर्थियों का दबदबा है. इस परीक्षा में जहां एक तरफ 4.85 लाख पुरुष अभ्यर्थियों ने आवेदन किया. वहीं, दूसरी तरफ महिला अभ्यर्थियों की संख्या 6.35 लाख रही. यह 32 फीसदी ज्यादा रही है.
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26 फीसदी के आसपास सफल : देव शर्मा ने बताया कि यूजीसी नेट 2024 का आयोजन 21 अगस्त से 5 सितंबर के मध्य 83 सब्जेक्ट के लिए सीबीटी मोड पर किया गया था. परीक्षा के लिए कुल 11.21 लाख कैंडिडेट ने आवेदन किया. हालांकि, एग्जाम में महज 6.84 लाख कैंडिडेट यानी 63 फीसदी शामिल हुए. उच्च शिक्षा में कैंडिडेट की कम उपस्थिति चिंता का विषय भी है. देव शर्मा ने बताया कि परीक्षा देने वाले कैंडिडेट में से केवल 1.71 लाख कैंडिडेट असिस्टेंट प्रोफेसर, जेआरएफ और पीएचडी के लिए पात्र घोषित किए गए हैं. ऐसे में परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स में सफलता का प्रतिशत 26 फीसदी के आसपास है.