नई दिल्ली: गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के प्रति मानवीय प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ इलाज की जरूरत वाले लोगों के लिए तत्काल चिकित्सा निकासी की पहल करेंगे. संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि कैंसर रोगियों सहित 85 बीमार और गंभीर रूप से घायल फिलिस्तीनियों को 63 परिवार के सदस्यों के साथ इजराइल के रामोन हवाई अड्डे से करम अबू सलेम क्रॉसिंग के माध्यम से अबू धाबी पहुंचाने के लिए एक तत्काल पहल की घोषणा की है.
उन्होंने कहा कि यह पहल मानवीय हस्तक्षेप की तत्काल आवश्यकता को दर्शाती है और विनाशकारी स्थिति के बीच गाजा के लोगों को समर्थन देने के लिए यूएई की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है. यूएई की विभिन्न संचार प्रणालियां गाजा के लोगों की सहायता के लिए मानवीय प्रयासों को सुगम बनाने तथा उनकी जरूरत के समय मदद का हाथ बढ़ाने का काम जारी रखे हुए हैं.
अंतरराष्ट्रीय सहयोग राज्यमंत्री रीम अल हाशिमी ने कहा कि इस महत्वूपूर्ण समय में घायल फिलिस्तीनियों को अबू धाबी पहुंचाने के हमारे मिशन की तात्कालिकता को कम करके नहीं आंका जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह अभूतपूर्व मार्ग स्थिति की गंभीरता तथा गाजा पट्टी के लोगों की पीड़ा को कम करने तथा भूमि, समुद्र और वायु सहित सभी उपलब्ध साधनों के माध्यम से राहत का आगमन और वितरण सुनिश्चित करने के प्रति हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह पहल फिलिस्तीनी लोगों के लिए यूएई के स्थायी और ऐतिहासिक समर्थन का प्रमाण है, जो प्रतिकूल परिस्थितियों में तत्काल राहत प्रदान करने और शांति को आगे बढ़ाने के लिए हमारे अटूट समर्पण से प्रेरित है.
मंत्री ने बताया कि आज तक यूएई ने गाजा से आए 709 मरीजों और उनके 787 परिवार के सदस्यों का चिकित्सा उपचार के लिए स्वागत किया है. यह संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के निर्देशों के अनुरूप है. इसमें गाजा के 2,000 घायलों और कैंसर रोगियों की देखभाल करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे प्रयासों में यह महत्वपूर्ण वृद्धि फिलिस्तीनी लोगों के साथ हमारी एकजुटता और उनकी पीड़ा को कम करने तथा व्यापक स्तर पर और सभी संभव साधनों के माध्यम से तत्काल, टिकाऊ, निर्बाध सहायता सुनिश्चित करने के हमारे दृढ़ संकल्प को दर्शाती है.
उन्होंने कहा, 'हम अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ सहयोग के प्रति दृढ़ हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारी सहायता अत्यंत जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे.' वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस घेब्रेयसस ने कहा, 'हम गाजा से बीमार और घायल लोगों को तत्काल देखभाल प्रदान करने के लिए उन्हें निकालने में सहयोग देने के लिए यूएई के आभारी हैं.' हम आशा करते हैं कि इससे सभी संभावित मार्गों, जिनमें केरेम शालोम और राफा क्रॉसिंग से मिस्र और जॉर्डन तक तथा वहां से अन्य देशों तक निकासी गलियारों की स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा. डॉ. टेड्रोस ने कहा, 'हम पूर्वी येरुशलम सहित पश्चिमी तट से लोगों को निकालने की भी मांग करते हैं. हजारों बीमार लोग अनावश्यक रूप से कष्ट झेल रहे हैं. सबसे बढ़कर, और हमेशा की तरह, डब्ल्यूएचओ युद्ध विराम का आह्वान करता है.
उल्लेखनीय है कि अब तक यूएई ने 8 सहायता जहाजों, 337 उड़ानों, 50 एयरड्रॉप और 1,271 ट्रकों के माध्यम से भोजन, राहत और चिकित्सा सामग्री सहित 40,000 टन से अधिक महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है. चौथा यूएई राहत जहाज इस सप्ताह अल-अरिश पहुंचा, जो सहायता की आठवीं खेप है. इसमें 5,340 टन मानवीय आपूर्ति है और यह राहत अभियान शुरू होने के बाद से सबसे बड़ी खेप है.
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