तिरुवनंतपुरम: केरल पुलिस ने पेट्टा, तिरुवनंतपुरम से लापता दो वर्षीय लड़की का डीएनए परीक्षण करने के लिए कदम उठाया है. परीक्षण के लिए बच्चे और माता-पिता के नमूने एकत्र किए गए हैं. केरल पुलिस तिरुवनंतपुरम की फॉरेंसिक लैब में डीएनए टेस्ट कराने की योजना बना रही है. गौरतलब है कि बिहार के एक दंपत्ति की 2 साल की बच्ची मैरी 19 फरवरी की आधी रात को लापता पाई गई थी.
बिहार के प्रवासी जोड़े, अमरदीप और रमीना देवी ने दावा किया कि उनकी बेटी पेट्टा से लापता हो गई. बच्ची के पिता ने रविवार तड़के पेट्टा पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. बाद में वह अगले दिन कोचुवेली के पास एक नाले में लावारिस हालत में पाई गई. जानकारी के अनुसार 20 घंटे की तलाश के बाद बच्ची पुलिस को मिली थी.
कोचुवेली रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क पर ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड के पास लावारिस पाए जाने के बाद, बच्ची को महिला एवं बाल विकास निदेशक के कार्यालय में ले जाया गया और परामर्श के बाद, एक सुरक्षित आश्रय में स्थानांतरित कर दिया गया. इस दौरान बिहार के दंपत्ति और रिश्तेदार बच्ची को उन्हें सौंपने की मांग को लेकर बाल कल्याण अधिकारियों से भिड़ गए.
परिजन बच्ची को आश्रय से लेने के बाद अपने गृह राज्य बिहार लौटने की योजना बना रहे थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें स्पष्ट किया कि जांच पूरी होने तक बच्ची तिरुवनंतपुरम में ही रहेगी. 2 साल की बच्ची का गायब होना जांच अधिकारियों के लिए भी रहस्य बना हुआ था. पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर सकी कि यह अपहरण था या नहीं।
पुलिस इस घटना के पीछे बाल तस्करी और भीख मांगने वाले माफिया की भूमिका की भी आशंका जताई जा रही है. अधिकारी सभी संभावित पहलुओं पर जांच कर रहे हैं. जांच अधिकारियों ने बच्ची के परिजनों से भी पूछताछ की है. बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष शानिबा ने कहा कि बच्ची की सुरक्षा को देखते हुए उसे थायकाडू बाल कल्याण समिति में स्थानांतरित कर दिया गया है.