वैशाली: केरल के वायनाड में मंगलवार को कुदरत का कहर टूट पड़ा. भारी बारिश के बीच भूस्खलन की वजह से अब तक 164 लोगों की मौत की सूचना है जबकि कई लोग जख्मी है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि 200 लोगों का पता नहीं चल पा रहा है. वहीं इस हादसे का बड़ा असर केरल से हजारों किलोमीटर दूर बिहार के वैशाली में हुआ है, जहां के कई लोग अभी भी लापता है.
वैशाली में मचा कोहराम: वैशाली के सुरेंद्र पासवान के दो बेटे दो महीने पहले वायनाड गए थे, बेटे वहां चाय के बागान में काम करते थे. सुरेंद्र ने बताया कि एक दिन पहले फोन पर बेटे ने कहा था वहां काम नहीं है. मैंने कहा घर वापस चले आओ. बेटे का जवाब आया कल मैं वापस आ जाऊंगा, लेकिन उसके पहले ही वहां मौत का तांडव आ गया. केरल के वायनाड में कुदरत का कहर देखने को मिला, जहां हुए भूस्खलन से 157 लोगो की जान जाने की बात सामने आई है. हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी मौत की पुष्टि नही हुई है.
एक ही परिवार के तीन लोग लापता: इस हादसे का बड़ा असर केरल से हजारो किलोमीटर दूर वैशाली में हुआ है, जहां के आधा दर्जन से अधिक लोग लापता हैं. वहीं एक युवक घायल है तो वहीं दो लोग इस हादसे में बाल बाल बच गए हैं. दरअसल वैशाली के गोरौल प्रखंड क्षेत्र स्थित पोझा गांव के कई लोग मजदूरी करने के लिए वायनाड गए थे. इसी बीच वहां भूस्खलन हो गया.
सभी दो महीने पहले गए थे केरल: बताया जा रहा है कि गांव के दुखन पासवान का पुत्र अरुण पासवान इस हादसे में घायल हो गया है. जबकि गांव के ही सुरेंद्र पासवान का पुत्र दिनेश पासवान और उपेंद्र पासवान व उसकी पत्नी फूल कुमारी हादसे का शिकार हो गए हैं, जिनका कोई पता नहीं चल रहा है. इसी परिवार के रिश्तेदार रंजीत पासवान और साधु पासवान भी लापता है जो वैशाली जिले के ही जंदाहा के रहने वाले हैं. सभी एक साथ वायनाड में रह कर काम धंधा करते थे.
'हादसे के एक दिन पहले बेटे ने किया था फोन': हालांकि पोझा गांव के ही धर्मेंद्र राय और राजेश राय इस हादसे में बाल बाल बच गए हैं, जिसके बाद इनके परिजनों ने राहत की सांस ली है. बता दें कि इस गांव के कई लोग चाय बागान में काम करने के लिए वायनाड गए हुए थे. इस विषय में लापता युवक के पिता सुरेंद्र पासवान ने बताया फोन पर बेटा बोला कि वहां काम नहीं चल रहा है, तो हम कहें कि पैसा भेज दे रहे हैं वहां से तुम चले आओ तो बोला कि अच्छा ठीक है कल आएंगे.
"रात को ही 2:00 बजे के बाद यह घटना हो गयी. मेरे बेटे का शव नहीं मिल रहा है. केरल में पहाड़ धंस गया बाढ़ आ गयी. वह चाय के बागान में था. यहां के पांच आदमी वहां काम कर रहे थे. उपेंद्र कुमार, अरुण कुमार और मेरा लड़का दिनेश पासवान और उपेंद्र की पत्नी वही थे. इन लोगों का कोई पता नहीं चल रहा है. मौके से बचकर आए एक शख्स ने फोन कर हमें सूचना दी."- सुरेंद्र पासवान, गायब युवक के पिता
केरल में भूस्खलन: बता दें मंगलवार को वायनाड के मुंडकाई और चूरामला में भूस्खलन हुआ था. भूस्खलन के इलाकों में तलाशी अभियान अभी भी जारी है. खराब मौसम के कारण कल रात अभियान रोक दिया गया था. सेना, एनडीआरएफ, पुलिस के 500 - 600 जवान बचाव अभियान चला रहे हैं. हादसे में 164 लोगों की मौत हो गई है जबकि 196 लोग घायल बताए गए हैं. वहीं, सैकड़ों लोगों के फंसे होने की खबर है.
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