तिरुमला: आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. इनमें से कई भक्त मंदिर पैदल जाते वक्त बीमार भी पड़ जाते हैं. इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने उन भक्तों के लिए निर्देश जारी किए हैं जो बालाजी भगवान के दर्शन के लिए मंदिर तक पैदल यात्रा करना चाहते हैं.
टीटीडी ने अपने निर्देश में भक्तों से कहा है कि, किसी भी स्वास्थ्य समस्या वाले लोगों को सीढ़ियों से तिरुपति बालाजी मंदिर तक का सफर पैदल नहीं करना चाहिए. अगर भक्त पैदल यात्रा करना चाहते हैं तो उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए. टीटीडी ने बताया कि किस तरह की सावधानियां बरती जानी चाहिए और बीमार पड़ने की स्थिति में व्यक्ति को चिकित्सा सुविधाएं कहां मिलेंगी, इसकी पूरी जानकारी उन्होंने दी है.
टीटीडी ने तिरुपति बालाजी के भक्तों के लिए यहां कुछ उपाय बताए हैं.
- 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग व्यक्ति, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मिर्गी के साथ भक्त, संयुक्त रोगों को पैर पर तिरुमला में नहीं आना चाहिए.
- यह मोटापे से ग्रस्त भक्तों और दिल से संबंधित बीमारियों वाले लोगों के लिए तिरुमाला हिल तक चलने के लिए उचित नहीं है.
- तिरुमला हिल चूंकि ऊंचाई पर स्थित है, इसलिए यहां ऑक्सीजन का स्तर कम है. ऐसे में दिल से संबंधित पीड़ित लोगों के लिए पैदल आना बहुत तनावपूर्ण होता है. ऐसे में अस्थमा को बढ़ने की संभावना अधिक होती है, इसलिए भक्तों को तदनुसार उचित सावधानी बरतनी चाहिए.
- पुरानी बीमारियों से पीड़ित भक्तों को दिन के दौरान अपनी दवाएं अपने साथ लाना चाहिए.
- यदि पैदल चलने वाले भक्त किसी भी समस्या का सामना करते हैं, तो वे गली गोपुरम और भशीकर्स के पास, एलिपिरी ट्रेल में चिकित्सा सहायता ले सकते हैं.
- 24 × 7 चिकित्सा सुविधा अश्विनी अस्पताल और तिरुमाला के अन्य अस्पतालों में उपलब्ध है.
- Swims अस्पताल तिरुपति में आपातकालीन स्थितियों में क्रोनिक किडनी रोग के रोगियों को डायलिसिस सुविधा प्रदान किया जाता है.
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