बरेली : वैलेंटाइन डे के मौके पर बरेली में एक अनोखा मामला सामने आया है. तीन तलाक पीड़िता ने हलाला के डर से अपने प्रेमी के साथ हिन्दू रीति रिवाज से शादी कर शारदा बन गई. बुलंदशहर की रहने वाली तीन तलाक पीड़िता ने बरेली के बहेड़ी के रहने वाले प्रेमी से बुधवार को एक मंदिर में शादी कर ली. जिसके बाद खुश नजर आई और अब वो अपने प्रेमी के साथी जीवन भर रहना चाहती है.
बुलंदशहर की रहने वाली तीन तलाक पीड़िता शाहना ने बताया कि उसका पति कोई काम नहीं करता था. उल्टा उसके साथ मारपीट करता था और जब मारपीट का विरोध किया तो उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया. तीन तलाक के बाद पूर्व पति हलाला का दबाब बना रहा था. लेकिन, उसने हलाला का विरोध किया और उनकी एक न मानी. तीन तलाक पीड़िता शाहना की मानें तो दो साल पहले उसकी मुलाकात बरेली के बहेड़ी के रहने वाले ओमप्रकाश से हुई जिसके बाद दोनों की मुलाकात प्यार में बदल गयी. तीन तलाक पीड़िता शाहना अपने प्रेमी ओमप्रकाश के प्यार के खातिर बुलंदशहर छोड़कर बरेली आ गई.
वैलेंटाइन पर थामा प्रेमी का हाथ शाहना से बन गई शारदा : बुलंदशहर की रहने वाली तीन तलाक पीड़िता ने अपने प्रेमी ओमप्रकाश की खातिर घर छोड़ दिया और मंगलवार को वैलेंटाइन डे के दिन इज्जतनगर थाना क्षेत्र के एक मंदिर में हिन्दू रीति रिवाज से ओम प्रकाश के साथ शादी कर ली. हिंदू प्रेमी ओमप्रकाश से शादी करने वाली शाहना ने इस्लाम धर्म छोड़ते हुए हिंदू धर्म अपना कर अपना नाम शारदा रख लिया. शारदा से शादी करने वाले उसके प्रेमी ओमप्रकाश ने बताया कि शाहना से पिछले दो वर्षों से प्यार करता था और मजहब की दीवार को तोड़ते हुए दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया और अब वह जीवन भर साथ रहना चाहते हैं.