नई दिल्ली: भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने स्पैम कॉल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. दूरसंचार नियामक ट्राई ने 50 से अधिक कंपनियों को ब्लॉक कर दिया है और 2.75 लाख से अधिक मोबाइल नंबरों और अन्य दूरसंचार संसाधनों को डिस्कनेक्ट कर दिया है.
स्पैम कॉल में भारी वृद्धि की शिकायत के बाद ट्राई ने यह कदम उठाया. 2024 की पहली छमाही में अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स (UTM) के खिलाफ 7.9 लाख से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं. इस मुद्दे से निपटने के लिए ट्राई ने हाल ही में नए नियम जारी किए थे, जिसमें सभी एक्सेस प्रदाताओं को एसआईपी और पीआरआई जैसी विभिन्न दूरसंचार तकनीकों का उपयोग करके अपंजीकृत स्रोतों सेप्रमोशनल कॉल रोकने के लिए कहा गया था.
दूरसंचार नियामक ने बयान में कहा है कि अगर कोई टेलीमार्केटर इन नियमों का उल्लंघन करता पाया जाता है, तो उसे दो साल तक के लिए सभी दूरसंचार संसाधनों पर प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है और उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है.
13 अगस्त, 2024 को शुरू की गई ट्राई की कार्रवाई का उद्देश्य स्पैम कॉल को कम करना और उपभोक्ताओं के लिए दूरसंचार अनुभव को बेहतर बनाना है. एक्सेस प्रदाताओं ने ट्राई के नियमों का पालन करना शुरू कर दिया है, जिससे उपभोक्ताओं को स्पैम कॉल से बहुत जरूरी राहत मिलनी चाहिए. ट्राई सभी से इन नए नियमों का पालन करने के लिए कह रहा है ताकि स्पैम-फ्री संचार अनुभव बनाने में मदद मिल सके.
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