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पश्चिम बंगाल : 12 घंटे की भारी बारिश होने से कई इलाकों में बाढ़ का खतरा, हावड़ा-बर्दवान अप लाइन बाधित - west bengal

Thousands People Trapped In Water,पश्चिम बंगाल में 12 घंटे से हो रही लगातार बारिश की वजह से कई स्थानों पर बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. वहीं कई इलाकों में पानी भर जाने से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. दूसरी तरफ भूस्खलन की वजह से हावड़ा-बर्दवान अप लाइन बाधित हुई है. पढ़िए पूरी खबर...

Heavy rains in Bengal affect normal life
बंगाल में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 2, 2024, 8:42 PM IST

Updated : Aug 2, 2024, 10:24 PM IST

दुर्गापुर: पश्चिम बंगाल में 12 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश से कई इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. दुर्गापुर में 12 घंटे की बारिश के कारण खेल के मैदान तालाब में तब्दील हो गए हैं, जबकि स्कूलों में बेंच और टेबल पानी में डूबे हुए हैं. वहीं विभिन्न वार्डों में हजारों लोग पानी में फंसे हुए हैं. साथ नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

दुर्गापुर नगर निगम के रतुरिया, अंगदपुर, कादररोड, तपोबन सिटी, श्रीनगर पल्ली समेत कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया है. इस संबंध में दुर्गापुर नगर निगम की मुख्य प्रशासक अनिंदिता मुखर्जी ने बताया कि पानी में फंसे लोगों को बचाया जा रहा है. कई जगहों पर पेड़ गिर गए हैं, दीवारें और कच्चे घर ढह गए हैं. हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. उन्होंने ईटीवी भारत से फोन पर कहा, 'मैं सभी इलाकों में जाऊंगी. पानी में फंसे लोगों को निकालकर दूसरी जगहों पर पहुंचाया जाएगा. सबसे पहले उन्हें इस खतरे से बचाना होगा.'

इलाके की कुन्नूर नदी व अन्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. पानी बढ़ने से कांकसा का कुलडीहार श्मशान घाट व आसपास की कई इलाके में कुन्नूर नदी का पानी भर गया है. गुरुवार शाम से लगातार हो रही बारिश की वजह से धवनी, अकंदरा, मालंदीघी समेत कांकसा व पूर्व बर्दवान के कई इलाकों में खेती की जमीनें अब कुन्नूर नदी के पानी में डूब गई हैं.

हावड़ा-बर्दवान अप लाइन बाधित

भारी बारिश के कारण हावड़ा-बर्दवान की मुख्य लाइन धंस गई है. लगातार बारिश के कारण चिनसुरा और चंदननगर स्टेशनों के बीच देवीपुर इलाके में भूस्खलन हुआ है. इस कारण शुक्रवार सुबह से ही उन इलाकों में ट्रेन की गति कम कर दी गई है. रेलवे सूत्रों के अनुसार, रेलवे लाइन से 10 फीट दूर धंसने की शुरुआत हुई. गुरुवार रात को ही रेलवे कर्मचारियों ने मामले की जांच की. रेलवे की ओर से शुक्रवार सुबह से काम शुरू कर दिया गया.

Thousands of people affected by flooding
पानी भरने से हजारों लोग प्रभावित (ETV Bharat)

हावड़ा-बर्दवान मुख्य लाइन पर चंदननगर के देबीपुर इलाके में अप लाइन पर गुरुवार रात को धंसने की शुरुआत हुई. परिणामस्वरूप, शुक्रवार सुबह भी चंदननगर स्टेशन पर अप हूल एक्सप्रेस को कुछ देर के लिए रोका गया. रेलवे इंजीनियरों की सलाह पर कई अप-लाइन गाड़ियों को इलाके से धीरे-धीरे गुजारा जा रहा है. इस स्थिति में बर्दवान में मेल अप-लाइन पर लोकल ट्रेनें चल रही हैं.

पूर्वी रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने कहा कि रेल लाइन से 10 फीट की दूरी पर एक धंसाव हुआ है. मित्रा ने कहा, रेलवे का काम चल रहा है. उस जगह पर ट्रेन की गति कम कर दी गई है. काम पूरा होते ही सेवा बहाल कर दी जाएगी. वहीं घटना के बारे में स्थानीय निवासी मोहम्मद अख्तर ने कहा कि ऊपरी तीसरी लाइन के स्लीपर गिर गए. आगे भी धंसाव का खतरा है क्योंकि इसके बगल में एक तालाब है. निश्चित रूप से, रेलवे को इस मामले पर गौर करना चाहिए. हम चाहते हैं कि इसे जल्द से जल्द ठीक किया जाए. यह रेलवे लाइन के बहुत करीब हुआ है.

Many areas were flooded with water
कई इलाकों में पानी भरा (ETV Bharat)

दूसरी ओर, पश्चिमी मिदनापुर के घाटाल में झूमी नदी धीरे-धीरे खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है. साथ ही घाटाल का गुरुवार रात से हुगली जिले के किशोरचक, माधवचक, खड़गपुर, बाघानाला, दौलत चक, बनहारीसिंहपुर समेत कई गांवों से संपर्क टूट गया है. स्थानीय लोग नदी पार करने के लिए नावों पर निर्भर हैं. लगातार बारिश के कारण बीरभूम के नानूर और लाभपुर के कई हिस्से भी जलमग्न हैं. फतेहपुर के पास नानूर-बोलपुर राज्य मार्ग पर पानी जमा हो गया है. पूर्वी मिदनापुर में कई दिनों से कम दबाव और बादल छाए रहने के बाद बूंदाबांदी ने तटीय क्षेत्र को खतरे में डाल दिया है. समुद्र में तूफान आने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार 50-60 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है. इसलिए मत्स्य विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि गहरे समुद्र में कोई भी मछुआरा मछली पकड़ने न जाएं.

ये भी पढ़ें - वायनाड लैंडस्लाइड: 4 दिन बाद मलबे से जिंदा निकाले गए 4 लोग, 300 लोग अभी भी लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

दुर्गापुर: पश्चिम बंगाल में 12 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश से कई इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. दुर्गापुर में 12 घंटे की बारिश के कारण खेल के मैदान तालाब में तब्दील हो गए हैं, जबकि स्कूलों में बेंच और टेबल पानी में डूबे हुए हैं. वहीं विभिन्न वार्डों में हजारों लोग पानी में फंसे हुए हैं. साथ नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

दुर्गापुर नगर निगम के रतुरिया, अंगदपुर, कादररोड, तपोबन सिटी, श्रीनगर पल्ली समेत कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया है. इस संबंध में दुर्गापुर नगर निगम की मुख्य प्रशासक अनिंदिता मुखर्जी ने बताया कि पानी में फंसे लोगों को बचाया जा रहा है. कई जगहों पर पेड़ गिर गए हैं, दीवारें और कच्चे घर ढह गए हैं. हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. उन्होंने ईटीवी भारत से फोन पर कहा, 'मैं सभी इलाकों में जाऊंगी. पानी में फंसे लोगों को निकालकर दूसरी जगहों पर पहुंचाया जाएगा. सबसे पहले उन्हें इस खतरे से बचाना होगा.'

इलाके की कुन्नूर नदी व अन्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. पानी बढ़ने से कांकसा का कुलडीहार श्मशान घाट व आसपास की कई इलाके में कुन्नूर नदी का पानी भर गया है. गुरुवार शाम से लगातार हो रही बारिश की वजह से धवनी, अकंदरा, मालंदीघी समेत कांकसा व पूर्व बर्दवान के कई इलाकों में खेती की जमीनें अब कुन्नूर नदी के पानी में डूब गई हैं.

हावड़ा-बर्दवान अप लाइन बाधित

भारी बारिश के कारण हावड़ा-बर्दवान की मुख्य लाइन धंस गई है. लगातार बारिश के कारण चिनसुरा और चंदननगर स्टेशनों के बीच देवीपुर इलाके में भूस्खलन हुआ है. इस कारण शुक्रवार सुबह से ही उन इलाकों में ट्रेन की गति कम कर दी गई है. रेलवे सूत्रों के अनुसार, रेलवे लाइन से 10 फीट दूर धंसने की शुरुआत हुई. गुरुवार रात को ही रेलवे कर्मचारियों ने मामले की जांच की. रेलवे की ओर से शुक्रवार सुबह से काम शुरू कर दिया गया.

Thousands of people affected by flooding
पानी भरने से हजारों लोग प्रभावित (ETV Bharat)

हावड़ा-बर्दवान मुख्य लाइन पर चंदननगर के देबीपुर इलाके में अप लाइन पर गुरुवार रात को धंसने की शुरुआत हुई. परिणामस्वरूप, शुक्रवार सुबह भी चंदननगर स्टेशन पर अप हूल एक्सप्रेस को कुछ देर के लिए रोका गया. रेलवे इंजीनियरों की सलाह पर कई अप-लाइन गाड़ियों को इलाके से धीरे-धीरे गुजारा जा रहा है. इस स्थिति में बर्दवान में मेल अप-लाइन पर लोकल ट्रेनें चल रही हैं.

पूर्वी रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने कहा कि रेल लाइन से 10 फीट की दूरी पर एक धंसाव हुआ है. मित्रा ने कहा, रेलवे का काम चल रहा है. उस जगह पर ट्रेन की गति कम कर दी गई है. काम पूरा होते ही सेवा बहाल कर दी जाएगी. वहीं घटना के बारे में स्थानीय निवासी मोहम्मद अख्तर ने कहा कि ऊपरी तीसरी लाइन के स्लीपर गिर गए. आगे भी धंसाव का खतरा है क्योंकि इसके बगल में एक तालाब है. निश्चित रूप से, रेलवे को इस मामले पर गौर करना चाहिए. हम चाहते हैं कि इसे जल्द से जल्द ठीक किया जाए. यह रेलवे लाइन के बहुत करीब हुआ है.

Many areas were flooded with water
कई इलाकों में पानी भरा (ETV Bharat)

दूसरी ओर, पश्चिमी मिदनापुर के घाटाल में झूमी नदी धीरे-धीरे खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है. साथ ही घाटाल का गुरुवार रात से हुगली जिले के किशोरचक, माधवचक, खड़गपुर, बाघानाला, दौलत चक, बनहारीसिंहपुर समेत कई गांवों से संपर्क टूट गया है. स्थानीय लोग नदी पार करने के लिए नावों पर निर्भर हैं. लगातार बारिश के कारण बीरभूम के नानूर और लाभपुर के कई हिस्से भी जलमग्न हैं. फतेहपुर के पास नानूर-बोलपुर राज्य मार्ग पर पानी जमा हो गया है. पूर्वी मिदनापुर में कई दिनों से कम दबाव और बादल छाए रहने के बाद बूंदाबांदी ने तटीय क्षेत्र को खतरे में डाल दिया है. समुद्र में तूफान आने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार 50-60 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है. इसलिए मत्स्य विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि गहरे समुद्र में कोई भी मछुआरा मछली पकड़ने न जाएं.

ये भी पढ़ें - वायनाड लैंडस्लाइड: 4 दिन बाद मलबे से जिंदा निकाले गए 4 लोग, 300 लोग अभी भी लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Last Updated : Aug 2, 2024, 10:24 PM IST
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