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केदारनाथ धाम के हेली टिकट को लेकर फैला है साइबर फ्रॉड का जाल, ऐसे दे सकते हैं ठगों को मात - Chardham Yatra Heli Ticket Fraud - CHARDHAM YATRA HELI TICKET FRAUD

Chardham Yatra 2024 helicopter ticket booking fraud केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 2024 शुरू हो चुकी है. यात्रा पर जाने के दो रास्ते हैं. एक तो पैदल मार्ग है. दूसरा हवाई मार्ग. हेली सेवा का आलम ये है कि अभी तक सारे टिकट बुक हो चुके हैं. ऐसे में साइबर ठग चारधाम यात्रियों को अपने जाल में फंसाने के लिए सक्रिय हो चुके हैं. हम आपको बताएंगे कि आप कैसे चारधाम यात्रा हेली टिकट के नाम पर साइबर ठगों के जाल में फंसने से बच सकते हैं. इस खबर को ध्यान से पढ़िए और साइबर ठगों के झांसे में आए बिना अपनी चारधाम यात्रा सकुशल संपन्न कीजिए.

Chardham Yatra 2024
चारधाम यात्रा हेली सेवा (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 10, 2024, 7:24 AM IST

Updated : May 10, 2024, 3:03 PM IST

साइबर फ्रॉड से ऐसे बचें चारधाम यात्री. (ETV Bharat)

देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा आज से शुरू हो गई है. बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह पूरे विधि विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. कपाट खुलने के साथ ही हेली सेवाओं का संचालन भी शुरू हो जाएगा. जिसके टिकट मई से जून और सितंबर से अक्टूबर तक के लिए पहले ही फुल हो चुके हैं.

चारधाम यात्रा हेली टिकट बुकिंग हुई फुल: टिकट फुल होने का फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं. केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा का टिकट ना मिलने ने चलते साइबर ठग, यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाकर ठगने का काम कर रहे हैं. साइबर ठग, ठगी करने के लिए तमाम फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को शिकार बना रहे हैं. आखिर किस तरह से यात्रियों को ठग बना रहे हैं शिकार, कैसे इस ठगी से बचा जा सकता है हम आपको बताते हैं.

बाबा केदार का दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल यात्रा करते हैं. लेकिन बाबा केदारनाथ धाम की कठिन चढ़ाई होने के चलते हर साल हजारों श्रद्धालु हेली सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. इसके लिए उकाडा की ओर से केदारनाथ धाम तक हेली सेवाओं का संचालन किया जाता है. इसी क्रम में इस साल भी केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं का संचालन आज 10 मई को केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ शुरू हो गया है. हर साल की तरह साल भी 9 हेली ऑपरेटर्स के जरिए हेली सेवाएं संचालित होंगी. खास बात यह है कि केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा की बुकिंग शुरू होते ही जून तक सभी टिकट बुक हो चुके हैं.

साइबर ठगी को कंट्रोल करना एक बड़ी चुनौती: चूंकि सारे टिकट बुक हो चुके हैं तो इसके चलते साइबर ठग पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं. टिकट बुकिंग की ऑफिशल वेबसाइट की तरह ही फर्जी वेबसाइट तैयार कर ठग, लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. जिसके चलते उकाडा के साथ ही साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन भी सक्रिय होकर कार्रवाई कर रहा है. लेकिन आलम यह है कि जैसे ही साइबर क्राइम कंट्रोल विभाग एक फर्जी वेबसाइट बंद करवाता है, उसके बाद दूसरी फर्जी वेबसाइट तैयार हो जाती है. कुल मिलाकर हेली सेवाओं से संबंधित साइबर ठगी को कंट्रोल करना साइबर पुलिस स्टेशन के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. साइबर पुलिस दिमाग लड़ा रही है कि किस तरह से हेली टिकट बुकिंग की फर्जी वेबसाइट पर लगाम लगायी जाए.

यात्री ऐसे कर सकते हैं अपना टिकट वेरिफाई: इसके अलावा कई बार लोग टिकट तो ले लेते हैं, लेकिन उनको जानकारी नहीं होती है कि टिकट सही है या फर्जी है. जिसके चलते उनको कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसके चलते पहली बार आईआरसीटीसी की हेली टिकट बुकिंग वेबसाइट पर टिकट चेक करने की सुविधा भी दी गई है, जिसके जरिए यात्री अपने टिकट को चेक कर सकते है कि उनका टिकट सही है या फिर फर्जी है. इसके लिए यात्री को आईआरसीटीसी की ऑफिशल वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in को ओपन करना होगा. इसके बाद वेबसाइट के राइट साइड में ऊपर की तरफ बॉक्स में बनी तीन लकीर पर क्लिक करना होगा. जिसके बाद वेरिफाई योर बुकिंग ऑप्शन को चुनना होगा. फिर अपनी बुकिंग आईडी को डालकर अपने टिकट को वेरिफाई कर सकेंगे.

हेली टिकट बुकिंग के लिए है सिर्फ एक ऑफिशल वेबसाइट: वहीं, ज्यादा जानकारी देते हुए उकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं की बुकिंग आईआरसीटीसी की ऑफिशल वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in से ही की जा रही है. जनता को जागरूक करने के लिए विज्ञापन भी निकाला गया था कि इस वेबसाइट के अलावा कोई और वेबसाइट हेली टिकट बुकिंग की नहीं है. साथ ही बताया कि यात्रा के दौरान तमाम लोकल भाषा में भी इसकी जानकारी दी जायेगी जिसकी तैयारी चल रही है. इसके इतर आईआरसीटीसी भी अपने माध्यम से इसका प्रचार प्रसार कर रहा है, ताकि लोग हेली टिकट संबंधित साइबर क्राइम से बच सकें.

जल्द शुरू होगी मानसून सीजन के दौरान की हेली बुकिंग: केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओ के टिकट की बुकिंग पहले दिन ही फुल हो गई थी. उकाडा से मिली जानकारी के अनुसार 10 मई से 20 जून और 15 सितंबर से 31 अक्टूबर तक टिकटों की बुकिंग हो चुकी है. ऐसे में मानसून सीजन के दौरान यानी 21 जून से 14 सितंबर के बीच अभी टिकटों की बुकिंग नहीं हुई है. ऐसे में जल्द ही 21 जून से 14 सितंबर के बीच की भी टिकटों की बुकिंग शुरू हो जाएगी. हालांकि, टिकट बुकिंग के तिथियों का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन जब भी बुकिंग के तिथियों का ऐलान होगा, उसके बाद यात्री आईआरसीटीसी की ऑफिशल वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in पर जाकर टिकटों की बुकिंग कर पाएंगे.

सोशल मीडिया पर विज्ञापन देख ना करें टिकट बुक: वहीं, एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा टिकट की बुकिंग आईआरसीटीसी के जरिए ही की जा रही है. लेकिन पिछले साल की तरह इस साल भी तमाम फर्जी वेबसाइट एक्टिव हो गई हैं, जो यात्रियों को भ्रमित करने के साथ ही उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं. अभी तक साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने 16 फर्जी वेबसाइट को बंद करवाया है. साथ ही कहा कि हेली सेवाओं की लगभग टिकटें बुक हो चुकी हैं. लिहाजा गूगल में हेली टिकट बुकिंग के लिए अन्य वेबसाइट ना ढूंढे और किसी अन्य के जरिए टिकट बुक न कराएं.

हेली टिकट से जुड़े फर्जी मामले पहले भी आ चुके हैं सामने: आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को कुछ शिकायत प्राप्त हुई हैं. जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा है कि उन्होंने केदारनाथ धाम के लिए टिकट की बुकिंग करवाई थी. इसके बाद संबंधित वेबसाइट के जरिए फर्जी टिकट देकर पैसा गूगल पे करवा लिया गया. इस मामले पर जांच चल रही है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी हेली टिकट बुकिंग का विज्ञापन दिखाई जा रहा है. ऐसे में जब कोई यात्री ऐसे विज्ञापन को देखकर टिकट बुकिंग के लिए अपनी रुचि जाहिर करता है तो उसी समय उसके साथ ठगी हो जाती है. जब उस टिकट को लेकर यात्री हेलीपैड पर पहुंचता है, तब जाकर उसे पता चलता है कि उसके साथ ठगी हो गई. इस तरह की घटनाएं पिछले साल सामने आई थीं और इस साल भी इस तरह की घटनाएं आनी शुरू हो गई हैं.

सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट से बुक करें टिकट: एसएसपी एसटीएफ में बताया कि हेली सेवाओं के टिकट की बुकिंग सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ही होनी है. लिहाजा अन्य किसी वेबसाइट या माध्यम से टिकट बुकिंग पर ध्यान ना दें. लेकिन अगर किसी ने टिकट बुकिंग कर ली है तो फिर आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर अपने टिकट को वेरीफाई कर सकते हैं. अगर ठगी का मामला सामने आता है तो फिर नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर शिकायत दे सकते हैं. इसके साथ ही नेशनल क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. जितनी जल्दी शिकायत दर्ज करवायी जाएगी, उतनी ही अधिक संभावना होगी कि पैसे रिफंड कराए जा सकें.
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देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा आज से शुरू हो गई है. बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह पूरे विधि विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. कपाट खुलने के साथ ही हेली सेवाओं का संचालन भी शुरू हो जाएगा. जिसके टिकट मई से जून और सितंबर से अक्टूबर तक के लिए पहले ही फुल हो चुके हैं.

चारधाम यात्रा हेली टिकट बुकिंग हुई फुल: टिकट फुल होने का फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं. केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा का टिकट ना मिलने ने चलते साइबर ठग, यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाकर ठगने का काम कर रहे हैं. साइबर ठग, ठगी करने के लिए तमाम फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को शिकार बना रहे हैं. आखिर किस तरह से यात्रियों को ठग बना रहे हैं शिकार, कैसे इस ठगी से बचा जा सकता है हम आपको बताते हैं.

बाबा केदार का दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल यात्रा करते हैं. लेकिन बाबा केदारनाथ धाम की कठिन चढ़ाई होने के चलते हर साल हजारों श्रद्धालु हेली सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. इसके लिए उकाडा की ओर से केदारनाथ धाम तक हेली सेवाओं का संचालन किया जाता है. इसी क्रम में इस साल भी केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं का संचालन आज 10 मई को केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ शुरू हो गया है. हर साल की तरह साल भी 9 हेली ऑपरेटर्स के जरिए हेली सेवाएं संचालित होंगी. खास बात यह है कि केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा की बुकिंग शुरू होते ही जून तक सभी टिकट बुक हो चुके हैं.

साइबर ठगी को कंट्रोल करना एक बड़ी चुनौती: चूंकि सारे टिकट बुक हो चुके हैं तो इसके चलते साइबर ठग पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं. टिकट बुकिंग की ऑफिशल वेबसाइट की तरह ही फर्जी वेबसाइट तैयार कर ठग, लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. जिसके चलते उकाडा के साथ ही साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन भी सक्रिय होकर कार्रवाई कर रहा है. लेकिन आलम यह है कि जैसे ही साइबर क्राइम कंट्रोल विभाग एक फर्जी वेबसाइट बंद करवाता है, उसके बाद दूसरी फर्जी वेबसाइट तैयार हो जाती है. कुल मिलाकर हेली सेवाओं से संबंधित साइबर ठगी को कंट्रोल करना साइबर पुलिस स्टेशन के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. साइबर पुलिस दिमाग लड़ा रही है कि किस तरह से हेली टिकट बुकिंग की फर्जी वेबसाइट पर लगाम लगायी जाए.

यात्री ऐसे कर सकते हैं अपना टिकट वेरिफाई: इसके अलावा कई बार लोग टिकट तो ले लेते हैं, लेकिन उनको जानकारी नहीं होती है कि टिकट सही है या फर्जी है. जिसके चलते उनको कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसके चलते पहली बार आईआरसीटीसी की हेली टिकट बुकिंग वेबसाइट पर टिकट चेक करने की सुविधा भी दी गई है, जिसके जरिए यात्री अपने टिकट को चेक कर सकते है कि उनका टिकट सही है या फिर फर्जी है. इसके लिए यात्री को आईआरसीटीसी की ऑफिशल वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in को ओपन करना होगा. इसके बाद वेबसाइट के राइट साइड में ऊपर की तरफ बॉक्स में बनी तीन लकीर पर क्लिक करना होगा. जिसके बाद वेरिफाई योर बुकिंग ऑप्शन को चुनना होगा. फिर अपनी बुकिंग आईडी को डालकर अपने टिकट को वेरिफाई कर सकेंगे.

हेली टिकट बुकिंग के लिए है सिर्फ एक ऑफिशल वेबसाइट: वहीं, ज्यादा जानकारी देते हुए उकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं की बुकिंग आईआरसीटीसी की ऑफिशल वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in से ही की जा रही है. जनता को जागरूक करने के लिए विज्ञापन भी निकाला गया था कि इस वेबसाइट के अलावा कोई और वेबसाइट हेली टिकट बुकिंग की नहीं है. साथ ही बताया कि यात्रा के दौरान तमाम लोकल भाषा में भी इसकी जानकारी दी जायेगी जिसकी तैयारी चल रही है. इसके इतर आईआरसीटीसी भी अपने माध्यम से इसका प्रचार प्रसार कर रहा है, ताकि लोग हेली टिकट संबंधित साइबर क्राइम से बच सकें.

जल्द शुरू होगी मानसून सीजन के दौरान की हेली बुकिंग: केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओ के टिकट की बुकिंग पहले दिन ही फुल हो गई थी. उकाडा से मिली जानकारी के अनुसार 10 मई से 20 जून और 15 सितंबर से 31 अक्टूबर तक टिकटों की बुकिंग हो चुकी है. ऐसे में मानसून सीजन के दौरान यानी 21 जून से 14 सितंबर के बीच अभी टिकटों की बुकिंग नहीं हुई है. ऐसे में जल्द ही 21 जून से 14 सितंबर के बीच की भी टिकटों की बुकिंग शुरू हो जाएगी. हालांकि, टिकट बुकिंग के तिथियों का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन जब भी बुकिंग के तिथियों का ऐलान होगा, उसके बाद यात्री आईआरसीटीसी की ऑफिशल वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in पर जाकर टिकटों की बुकिंग कर पाएंगे.

सोशल मीडिया पर विज्ञापन देख ना करें टिकट बुक: वहीं, एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा टिकट की बुकिंग आईआरसीटीसी के जरिए ही की जा रही है. लेकिन पिछले साल की तरह इस साल भी तमाम फर्जी वेबसाइट एक्टिव हो गई हैं, जो यात्रियों को भ्रमित करने के साथ ही उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं. अभी तक साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने 16 फर्जी वेबसाइट को बंद करवाया है. साथ ही कहा कि हेली सेवाओं की लगभग टिकटें बुक हो चुकी हैं. लिहाजा गूगल में हेली टिकट बुकिंग के लिए अन्य वेबसाइट ना ढूंढे और किसी अन्य के जरिए टिकट बुक न कराएं.

हेली टिकट से जुड़े फर्जी मामले पहले भी आ चुके हैं सामने: आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को कुछ शिकायत प्राप्त हुई हैं. जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा है कि उन्होंने केदारनाथ धाम के लिए टिकट की बुकिंग करवाई थी. इसके बाद संबंधित वेबसाइट के जरिए फर्जी टिकट देकर पैसा गूगल पे करवा लिया गया. इस मामले पर जांच चल रही है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी हेली टिकट बुकिंग का विज्ञापन दिखाई जा रहा है. ऐसे में जब कोई यात्री ऐसे विज्ञापन को देखकर टिकट बुकिंग के लिए अपनी रुचि जाहिर करता है तो उसी समय उसके साथ ठगी हो जाती है. जब उस टिकट को लेकर यात्री हेलीपैड पर पहुंचता है, तब जाकर उसे पता चलता है कि उसके साथ ठगी हो गई. इस तरह की घटनाएं पिछले साल सामने आई थीं और इस साल भी इस तरह की घटनाएं आनी शुरू हो गई हैं.

सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट से बुक करें टिकट: एसएसपी एसटीएफ में बताया कि हेली सेवाओं के टिकट की बुकिंग सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ही होनी है. लिहाजा अन्य किसी वेबसाइट या माध्यम से टिकट बुकिंग पर ध्यान ना दें. लेकिन अगर किसी ने टिकट बुकिंग कर ली है तो फिर आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर अपने टिकट को वेरीफाई कर सकते हैं. अगर ठगी का मामला सामने आता है तो फिर नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर शिकायत दे सकते हैं. इसके साथ ही नेशनल क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. जितनी जल्दी शिकायत दर्ज करवायी जाएगी, उतनी ही अधिक संभावना होगी कि पैसे रिफंड कराए जा सकें.
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Last Updated : May 10, 2024, 3:03 PM IST
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