गुवाहाटी: चक्रवात रेमल के कारण असम भारी तूफान और बारिश से जूझ रहा है. रेमल चक्रवात के कारण कल रात से राज्य भर में चक्रवाती तूफान और बारिश जारी है. रातभर आए तेज तूफान और बारिश से राज्य के विभिन्न हिस्सों में व्यापक नुकसान हुआ है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि पिछले 24 घंटों में तूफान के कारण तीन लोगों की मौत हो गई है. एक की मौत कामरूप में, एक की मोरीगांव में और एक की मौत गुवाहाटी शहर में हुई है.
सोनितपुर और मोरीगांव में तूफान में कम से कम 17 लोग घायल हो गए. हालांकि स्थानीय सूत्रों को संदेह है कि संख्या सरकारी स्रोतों से अधिक हो सकती है क्योंकि गुवाहाटी शहर में भी कई लोग घायल हुए हैं.
गुवाहाटी शहर में मंगलवार को पेड़ गिरने से एक युवक की मौत हो गई. युवक की पहचान मिंटू तालुकदार के रूप में हुई. वह 19 साल का था. मिंटू तालुकदार दिसपुर कॉलेज का छात्र था. घटना तड़के हुई. जब वह सो रहा था, तभी तेज तूफान में एक विशाल पेड़ घर पर गिर गया. तूफान में मरने वाले मोरीगांव के युवक की पहचान कौशिक बोरदोलोई अम्फी के रूप में हुई है. स्कूल जा रहा था तभी टेम्पो पर पेड़ गिरने से युवक की मौत हो गई.
कामरूप जिले में पेड़ गिरने से एक और महिला की मौत हो गई. उनकी पहचान 60 वर्षीय लावण्या कुमारी के रूप में की गई है. उनके ऊपर पेड़ गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गईं. गंभीर हालत में उसे जीएमसीएच में भर्ती कराया गया, लेकिन अस्पताल में उसकी मौत हो गई. उधर, तूफान से पहाड़ी इलाके में व्यापक नुकसान हुआ है. इस बीच, असम में विभिन्न स्थानों पर कल रात से बिजली सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.आरएमसी बोरझार ने भी असम में हाई अलर्ट जारी किया.
सैकड़ों बगुला मरे : वहीं, बोकाखाट में विश्व प्रसिद्ध काजीरंगा नेशनल पार्क के पास तूफान के कारण सैकड़ों बगुला की घोंसले से गिरकर मौत हो गई.घटना बोकाखाट के मिलानपुर में हुई. ज्ञात हो कि हर साल आस्ट्रेलियन प्रजाति के बगुला मिलानपुर क्षेत्र में आते हैं और बांस के पेड़ों पर आश्रय लेकर प्रजनन करते हैं. हालांकि सैकड़ों बगुले बच्चों की मृत्यु हो गई.