पटना: बिहार में कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीट शेयरिंग का मामला अभी तक नहीं सुलझ पाया है. कल आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं की मुकुल वासनिक के आवास पर बैठक हुई थी लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया. आज एक बार फिर से मुकुल वासनिक के आवास पर कांग्रेस और आरजेडी नेताओं की बैठक होगी. मंगलवार को हुई बैठक में कांग्रेस ने साफ शब्दों में आरजेडी को कहा कि आप लोगों का रवैया सही नहीं है. बिना आपसी सहमति के कुछ प्रत्याशियों को सिंबल बांट दिया गया.
इन सीटों पर आरजेडी ने दिया सिम्बल: बिना आपसी समझौते के ही आरजेडी ने कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी थी. औरंगाबाद से अभय कुशवाहा ,नवादा से श्रवण कुशवाहा, गया से कुमार सर्वजीत, जमुई से अर्चना रविदास, बांका से जयप्रकाश यादव को आरजेडी ने अपना सिंबल दे दिया है. इसके अलावा बक्सर से सुधाकर सिंह, पूर्णिया से बीमा भारती और जहानाबाद से सुरेंद्र यादव को भी टिकट दिए जाने की चर्चा है.
किन सीटों पर आरजेडी-कांग्रेस में विवाद: महागठबंधन में कुछ सीटों को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. औरंगाबाद कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. वहां से निखिल कुमार कांग्रेस के प्रत्याशी होते रहे हैं. इस बार आरजेडी ने अभय कुशवाहा को वहां से अपना प्रत्याशी बनाया है. कटिहार और बेगूसराय सीट को लेकर भी विवाद चल रहा है. कांग्रेस कटिहार से तारिक अनवर और बेगूसराय से कन्हैया कुमार को लड़ाना चाहती है.
पूर्णिया में पप्पू को लेकर फंसा पेंच: पूर्णिया सीट को विवाद का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है. पप्पू यादव वहां से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. यही कारण था कि उन्होंने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में किया लेकिन पूर्णिया सीट से भी आरजेडी बीमा भारती को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहा है. इसके बाद से ही मामला बिगड़ गया है. पप्पू यादव ने तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिख दिया कि 'मर जाएंगे लेकिन कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे दुनिया छोड़ देंगे लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे.'
क्या बोले तेजस्वी?: मंगलवार को आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं के बीच में हुई बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कहा था कि आपसी सहमति हो गई है. बहुत जल्द सीटों का बंटवारा हो जाएगा. आज एक बार फिर से मुकुल वासनिक के आवास पर होगी. कांग्रेस की तरफ से मुकुल वासनिक, बिहार प्रभारी मोहन प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और आरजेडी से तेजस्वी यादव, सांसद मनोज झा और संजय यादव बैठेंगे.
आज निकलेगा सीट शेयरिंग का फॉर्मूला?: दोनों दलों के नेता आपसी सहमति बनाने का प्रयास करेंगे. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि आरजेडी औरंगाबाद और पूर्णिया सीट छोड़ने पर राजी होती दिख रही है. आज की बैठक में यह तय हो जाएगा कि आरजेडी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा और कांग्रेस कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा.
2019 में किन सीटों पर कांग्रेस लड़ी थी: 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 9 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे. इनमें किशनगंज, सुपौल, सासाराम, वाल्मीकिनगर, पटनासाहिब, समस्तीपुर, पूर्णिया और मुंगेर लोकसभा सीट शामिल है. किशनगंज में कांग्रेस कैंडिडेट की जीत हुई थी.
पटना में होगी संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस: दिल्ली में सीट बंटवारे पर सहमति बनने के बाद पटना में घटक दलों के सभी नेताओं की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस 28 या 29 मार्च को होगी. वैसे प्रथम चरण के चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया आखिरी दौर में है लेकिन अभी तक इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई है. पहले फेज की चारों सीट नवादा, जमुई, गया और औरंगाबाद के लिए आरजेडी ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं.
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